Archived

जिस नेता को मोदी ने मीटिंग में दुत्कारा उसी शख्स ने पलट दी BJP की बाजी

Arun Mishra
31 May 2018 5:58 PM IST
जिस नेता को मोदी ने मीटिंग में दुत्कारा उसी शख्स ने पलट दी BJP की बाजी
x
महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में एनसीपी के प्रत्याशी मधुकर कुकड़े ने जीत हासिल की...
नई दिल्ली : महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में एनसीपी के प्रत्याशी मधुकर कुकड़े ने जीत हासिल की. उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी हेमंत पटले को हराया. मालूम हो कि भंडारा-गोंदिया सीट नाना पटोले के बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में जाने के बाद खाली हुई थी. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बीजेपी के यहां हारने के पीछे सबसे बड़ी वजह भी नाना पटोले है.

दरअसल, भंडारा-गोंदिया सीट से 2014 लोकसभा चुनाव में नाना पटोले बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे, लेकिन मोदी से नाराज होकर नाना पटोले ने बीजेपी से इस्तीफ़ा दे दिया था और अब वे कांग्रेस में आ गए हैं.



बीजेपी छोड़ते समय पटोले ने यह आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नाराज होकर वो बीजेपी छोड़ रहे हैं. क्योंकि मोदी किसी की सुनते नहीं है. उन्होंने एक वाकया बताया कि एक बार प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक में मैंने ओबीसी से जुड़ी समस्याओं को उठाया था और अलग मंत्रालय की मांग की तो मोदी ने मुझ पर चिल्लाते हुए इसकी जरूरत पर सवाल उठाए.

यही नहीं, पटोले ने आरोप लगाया कि किसानों के मुद्दे उठाने और कृषि क्षेत्र के लिए केंद्र के योगदान की मांग पर भी मोदी उन पर नाराज हो गए थे. अब भंडारा-गोंदिया को राजनीतिक परिदृश्य में देखा जाए तो यहां सबसे अधिक वोटर कुनबी समाज से आते हैं. नाना पटोले भी कुनबी समाज से हैं. इसके पहले जब नाना पटोले 2014 में इस सीट से लड़े थे तब भी उन्हें कुनबी समाज का बड़ा समर्थन मिला था.
यह देखते हुए एनसीपी ने एक बार फिर कुनबी समाज से मधुकर कुकड़े को उतारा था. कुनबी समाज के बाद भंडारा सीट पर सबसे ज्यादा यदि किसी का प्रभाव है तो वो है पवार समुदाय. बीजेपी ने पवार समुदाय से हेमंत पटले को मैदान में उतारा था, लेकिन कुनबी वोट वो भुना नहीं सके.

Next Story