पुणे

लड़कियों के शौचालय में कैमरे लगाने पर पुणे के एक स्कूल के प्रिंसिपल की हुई पिटाई

Smriti Nigam
7 July 2023 12:27 PM GMT
लड़कियों के शौचालय में कैमरे लगाने पर पुणे के एक स्कूल के प्रिंसिपल की हुई पिटाई
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पुणे का एक स्कूल तब विवादों में आ गया जब छात्रों ने अपने माता-पिता से लड़कियों के शौचालय में सीसीटीवी कैमरों की शिकायत की।

विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने प्रिंसिपल की पिटाई की, जिन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल छात्रों को ईसाई प्रार्थनाएँ पढ़ने के लिए मजबूर कर रहा था।छात्राओं के परिजनों ने बताया कि स्कूल स्टाफ की कई शिकायतें थीं। छात्रों पर दबाव डालते हैं। छात्रों से बेंच इधर-उधर रखवाते हैं। हमने जब भी इसकी शिकायत स्कूल में की तो प्रिंसिपल मामले को टाल दिया करते थे। वह कभी भी इस पर कार्रवाई नहीं करते थे।

पुणे का एक स्कूल तब विवादों में आ गया जब छात्रों ने अपने माता-पिता से लड़कियों के शौचालय में सीसीटीवी कैमरों की शिकायत की। पुणे के तालेगांव में डीवाई पाटिल स्कूल के प्रिंसिपल की दक्षिणपंथी संगठन विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने पिटाई की, जिन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्कूल छात्रों को ईसाई प्रार्थनाएँ पढ़ने के लिए मजबूर कर रहा था।तालेगांव एमआईडीसी के पुलिस निरीक्षक रंजीत सावंत ने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा के परिजनों ने स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि स्कूल ने छात्राओं के शौचालय में सीसीटीवी कैमरा लगाया है। वहां बाइबल के अनुसार प्रार्थना कराई जाती है। जबकि, किसी भी हिंदू त्योहारों पर छुट्टियां नहीं दी जाती। सावंत का कहना है कि परिजनों के शिकायत की जांच की जा रही है।

छात्रों के अभिभावकों ने घटना की जांच करने और स्कूल अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्कूल पिछले महीने दोबारा खुला और जुलाई के पहले हफ्ते में लड़कियों के वॉशरूम में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए।

इस बात की पुष्टि करते हुए कि विहिप के सदस्यों ने प्रिंसिपल पर हमला किया, संगठन के एक पदाधिकारी सोमनाथ दाभाड़े ने दावा किया कि भविष्य में छात्रों को ईसाई धर्म में परिवर्तित होने के लिए ब्लैकमेल किया जा सकता है।

शिक्षा विभाग के एक अधिकारी सुदाम वालुंज ने कहा कि स्कूल प्रशासन द्वारा प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।प्रिंसिपल के साथ मारपीट के मामले ने जैसे ही तूल पकड़ा, वैसे ही इस पर राजनीति भी शुरू हो गई। सांसद शशि थरूर ने मारपीट की घटना को अपमानजनक बताया है। उन्होंने कहा कि कोई भी सभ्य हिंदू इस प्रकार से मारपीट नहीं कर सकता।

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