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पढें -आखिर क्यों ? एक साथ एक ही हेलिकॉप्टर और कार में बैठे थे मोदी-नवाज ?

Special News Coverage
29 Dec 2015 11:26 AM IST
Modi Nawaz


नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरप्राइज पाकिस्तान विजिट के लिए सुरक्षा के लिहाज से खास इंतजाम किए गए थे। एसपीजी इसे मोदी की सुरक्षा के लिए बड़ा चैलेंज मान रही थी। एक मीडिया रिपोर्ट ने यह दावा किया है कि लाहौर से जट्टी उमरा जाते समय भारतीय एजेंसियों को भरोसा दिलाने के लिए पाकिस्तान ने फैसला किया कि नवाज शरीफ मोदी के साथ एक ही हेलिकॉप्टर में बैठ कर सफर करेंगे।

लाहौर एयरपोर्ट से पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के जट्टी उमरा में मौजूद घर तक की दूरी 45 किलोमीटर है। पाकिस्तानी एजेंसियों ने एसपीजी को सिक्युरिटी का भरोसा दिलाने के लिए कहा कि लाहौर एयरपोर्ट से रायविंड तक पीएम नवाज और मोदी एक ही हेलिकॉप्टर में जाएंगे। पाकिस्तानी एयरफोर्स ने अपना वही हेलिकॉप्टर अवेलेबल कराया, जिसमें नवाज देश के अंदर ट्रैवल करते हैं। यह भी तय हुआ कि रायविंड से जट्टी उमरा में नवाज के घर तक भी दोनों पीएम एक ही कार में रहेंगे। लाहौर एयरपोर्ट तक वापसी के वक्त भी यही प्रोटोकॉल फॉलो किया गया।

एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक, मोदी हमेशा चाहते थे कि वे जब भी अफगानिस्तान का दौरा करें, तो पाकिस्तान दौरे का भी शेड्यूल बने। अधिकारियों के मुताबिक, जब शरीफ ने मोदी को पाकिस्तान आमंत्रित किया तो मोदी ने कहा कि वह इस्लामाबाद आना चाहते हैं, लेकिन आप तो लाहौर में हैं। शरीफ ने मोदी को बताया कि वह अपनी नतिनी की शादी के लिए लाहौर में हैं और उसी दिन इस्लामाबाद लौट नहीं सकते हैं। शरीफ ने भारतीय प्रधानमंत्री से कहा, 'आप लाहौर में घर आ जाइए। लाहौर के दरवाजे भी आप के लिए खुले हैं।' फिर मोदी ने दिल्ली लौटने के दौरान लाहौर में रुकने को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के अधिकारियों से बात की। अधिकारी लाहौर में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम को लेकर चिंतित थे।

बातचीत के दौरान ही शरीफ ने मोदी को बताया कि वह खुद एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी के लिए मौजूद रहेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि शरीफ का मोदी के साथ हेलिकॉप्टर में मौजूद रहना सुरक्षा को लेकर सबसे बड़ा आश्वासन था। इसके बाद मोदी ने लाहौर में उतरने को लेकर हामी भर दी और पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त टीसीए राघवन चार घंटे का सफर तय करके सीधे रायविंद पहुंचे क्योंकि उनके पास इतना समय नहीं था कि लाहौर एयरपोर्ट वक्त पर पहुंच पाते।
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