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भारतीय सेना के अग्निवीर जवान अक्षय लक्ष्मण हुए शहीद

Shiv Kumar Mishra
23 Oct 2023 7:09 AM GMT
भारतीय सेना के अग्निवीर जवान अक्षय लक्ष्मण हुए शहीद
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Akshay Laxman, a brave soldier of the Indian Army, was martyred.

भारत में आज एक और अग्निवीर की शहादत की खबर आई है। इससे पहले पंजाब राज्य के रहने वाले अग्निवीर की शहादत की खबर आई थी। अब दो अग्निवीर इस देश के सुरक्षा करते हुए शहीद हो चुके है।

लद्दाख के सियाचिन में लेह पर भारतीय सेना के अग्निवीर जवान महाराष्ट्र निवासी अक्षय लक्ष्मण की शहादत हुई। लक्ष्मण भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स का हिस्सा थे। फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पोस्ट कर लक्ष्मण को श्रद्धांजलि दी गई है। इससे पहले पंजाब के अग्निवीर अमृतपाल की भी हाल मे ही शहादत हुई हैं।

अक्षय लक्ष्मण की शहादत पर कांग्रेस सांसद राहुल गाँधी ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को घेरा हैं।

सरकारी सूत्रों ने बताया कि ड्यूटी के दौरान अपनी जान देने वाले अग्निवीर के निकटतम परिजन को गैर-अंशदायी बीमा के रूप में 48 लाख रुपए, मुआवजे के रूप में 44 लाख रुपए, अग्निवीर द्वारा योगदान की गई सेवा निधि का 30 प्रतिशत, सरकार द्वारा समान योगदान और उस पर ब्याज के साथ मिलेगा. इसके अलावा परिजनों को मिलने वाली परिलब्धियों में मृत्यु की तारीख से चार साल पूरे होने तक शेष कार्यकाल का भुगतान (₹13 लाख से अधिक) भी शामिल है; शेष शेष कार्यकाल के अनुसार, और सशस्त्र बल युद्ध हताहत निधि से ₹ ​​8 लाख का योगदान दिया जाएगा.

सेना ने जताया दुख, कहा- दुखी परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है

भारतीय सेना ने एक्स पर अपने आधिकारिक अकाउंट पर एक संदेश में कहा कि वह दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है. “सीओएएस जनरल मनोज पांडे और भारतीय सेना के सभी रैंक के लोग सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर कर्तव्य निभाते हुए अग्निवीर (ऑपरेटर) गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं. भारतीय सेना इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है.

बता दें अभी कुछ ही दिनों पहले पंजाब से सम्बंध रखने वाले अग्निवीर अमृतपाल सिंह की 11 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी. इसके बाद उनके शव को निजी एम्बुलेंस से उनके गांव भेजा गया और अंतिम संस्कार से पहले सेना की ओर से ‘गार्ड ऑफ़ ऑनर’ नहीं दिया गया. इसके बाद यह चर्चा होने लगी थी कि भारतीय सेना ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती अग्निवीरों के लिए अलग प्रोटोकॉल बनाया है.

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