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मेदांता पहुंचकर अमित शाह ने मुलायम सिंह यादव को दी श्रद्धांजलि,नेता जी का शव सैफई के लिए रवाना

Desk Editor
10 Oct 2022 8:09 AM GMT
मेदांता पहुंचकर अमित शाह ने मुलायम सिंह यादव को दी श्रद्धांजलि,नेता जी  का शव सैफई के लिए रवाना
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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (82) का सोमवार को निधन हो गया. वह काफी समय से बीमार चल रहे थे. तबीयत ज्यादा खराब होने पर उनको गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान सुबह आठ बजकर 16 मिनट पर उन्होंने आखिरी सांस ली. वहीं, मुलायम के निधन की सूचना मिलते ही सपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है. मुलायम के पार्थिव शरीर को अस्पताल से सीधे आज सैफई ले जाया जा रहा है, जहां उनका कल दोपहर तीन बजे अंतिम संस्कार होगा. अंतिम विदाई के समय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहेंगे. वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कल सैफई जाएंगे . आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मेंदाता अस्पताल पहुंचकर मुलायम सिंह को श्रद्धांजलि दी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में एक रैली को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव को याद किया. उन्होंने कहा कि उनकी सलाह और आशीर्वाद मेरे लिए अमानत की तरह है. उनका निधन देश के लिए बड़ी क्षति है. पीएम मोदी ने कहा कि 2019 के चुनावों से पहले भी मुझे उनका आशीर्वाद मिला था. आज गुजरात की धरती से मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं. बता दें कि जुलाई में मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता का निधन हो गया था. वह फेफड़ों के संक्रमण और अन्य बीमारियों से पीड़ित थीं. उनका भी इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में चल रहा था. मेदांता में ही मुलायम ने भी आखिरी सांस ली है.

सोनिया बोलीं, समाजवादी विचारों की मुखर आवाज हो गई मौन

कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुलायम सिंह के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने कहा कि समाजवादी विचारों की एक मुखर आवाज आज मौन हो गई. देश के रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में मुलायम सिंह जी का योगदान सदा अविस्मरणीय रहेगा. सपा नेता व मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई रामगोपाल यादव ने कहा कि नेताजी हर दल के नेता थे. हमें लग रहा था कि वह अस्पताल से ठीक होकर घर लौट आएंगे.उन्होंने हमेशा गरीबों और पिछड़ों की मदद की थी. बता दें, मुलायम सिंह यादव स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से काफी समय से पीड़ित थे. अभी हाल ही में उनको लखनऊ के मेदांता अस्पताल में एडमिट कराया गया था. मुलायम सिंह यादव को पेट दर्द और पेशाब में संक्रमण था. तबीयत में सुधार होने के बाद उनको अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया.

पहले से बीमार चल रहे थे मुलायम

मुलायम सिंह यादव की तबीयत पहले भी कई बार बिगड़ गई थी. पिछले साल 1 जुलाई को भी उनको मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बेचैनी होने के बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मेदांता में उनका इलाज डॉक्टर सुशीला कटारिया की देखरेख में चल रहा था. वहीं, पीएम मोदी ने मुलायम सिंह के निधन पर अपनी संवेदना जताई है. साथ ही पर उनके साथ अपनी कई तस्वीरें पोस्ट की हैं.

सीएम योगी और राज्यपाल ने निधन पर जताया दुख

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुलायम सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने एक शोक संदेश में कहा है कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव अपने पीछे काम और सेवा की एक विशाल विरासत छोड़ गए हैं. उनके निधन से राजनीति के एक प्रमुख स्तंभ एवं एक संघर्षशील युग का अंत हुआ है. राज्यपाल ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की है. वहीं, यूपी के सीएम योगी ने मुलायम के निधन पर संवेदना जताई है.

उनके निधन पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने दुख जताया है. उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव कल सैफई जाएंगे. लालू प्रसाद ने ट्वीट किया, 'समाजवादी वटवृक्ष सपा संरक्षक आदरणीय मुलायम सिंह जी के निधन की खबर से मर्माहत हूं. देश की राजनीति में एवं वंचितों को अग्रिम पंक्ति में लाने में उनका अतुलनीय योगदान रहा. उनकी यादें जुड़ी रहेंगी. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें. विनम्र श्रद्धांजलि. '

भाइयों में तीसरे नंबर पर थे मुलायम सिंह यादव

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बाबा का नाम मेवाराम था. मेवाराम के दो बेटे सुघर सिंह और बच्चीलाल सिंह थे. मुलायम सिंह यादव सुघर सिंह के बेटे थे. मुलायम सिंह यादव कुल पांच भाई थे, जिसमें शिवपाल यादव सबसे छोटे थे. अन्य भाइयों में रतन सिंह, राजपाल सिंह और अभय राम सिंह हैं. प्रो. रामगोपाल यादव मुलायम सिंह यादव के थिंक टैंक कहे जाते थे. रामगोपाल यादव मुलायम सिंह यादव के काफी नजदीक थे. कहा जाता है कि मुलायम सिंह यादव की पीढ़ी में सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे रामगोपाल यादव ही हैं.मुलायम साल 1989 में पहली बार उत्तर प्रदेश के सीएम बने थे. लेकिन, 1991 में जनता दल टूट गया. 1993 में उन्होंने फिर उत्तर प्रदेश में सरकार बनाई, लेकिन ये सरकार भी बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ टकराव के बीच कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी. फिर वह 2003 में मुख्यमंत्री बने और 2007 तक इस पद पर आसीन रहें. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता उनको 'नेताजी' कहकर संबोधित करते थे

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