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अरुण जेटली को हुई थी यह खतरनाक बीमारी, किसी भी उम्र में बना सकती है शिकार
नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ बीजेपी नेता अरुण जेटली का 66 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. जेटली की तबीयत लंबे समय से नासाज़ थी. साल 2005 में उनकी हार्ट सर्जरी भी हुई थी. सितंबर 2014 में जेटली ने डायबिटीज मैनेज करने के लिए गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी कराई थी.
किडनी से जुड़ी बीमारी का पता चलने के बाद मई 2018 में जेटली की किडनी का ट्रांसप्लांट किया गया था. हालांकि उनके निधन के पीछे एक और खतरनाक बीमारी है.
अरुण जेटली को थी यह खतरनाक बीमारी
जेटली को बायें पैर में सॉफ्ट टिश्यू कैंसर हुआ था. इस साल जनवरी में वह अमेरिका में इसकी सर्जरी के लिए गए थे. यह एक तरह का कैंसर है जो डीएनए के भीतर कोशिकाओं के विकसित होने पर होता है.
यह कोशिकाओं के अंदर एक ट्यूमर की तरह डेवलप होता है और अन्य हिस्सों में फैलने लगता है. यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है और शरीर का कोई भी अंग इससे प्रभाावित हो सकता है.
खराब सेहत की वजह से नहीं बने मंत्री
इस साल जब केंद्र में दोबारा भाजपा की सरकार बनी तो जेटली ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए खुद को मंत्रिमंडल में शामिल करने से मना करने को कहा था. उनकी इस इच्छा का सम्मान किया गया.
जेटली ने तब पीएम नरेंद्र मोदी से कहा था, "मैं यह निवेदन करने के लिए आपको औपचारिक रूप से पत्र लिख रहा हूं कि मुझे खुद को, अपने इलाज और अपने स्वास्थ्य को उचित समय देना चाहिए और इसलिए फिलहाल नई सरकार में मुझे कोई जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए."