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बेहतर स्वास्थ्य का बजट पेश, जानिए- बजट पर किसने क्या कहा?

बेहतर स्वास्थ्य का बजट पेश, जानिए- बजट पर किसने क्या कहा?
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स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए वित्त मंत्री ने हेल्थ के बजट में जबरदस्त इजाफा किया है.

- चुनावी राज्यों पर विशेष मेहरबानी

- बजट में स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष जोर

- आयकर दाता को नहीं मिली छूट

- विनिवेश के लिए तैयारी जोरदार

मोदी सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को वार्षिक बजट पेश किया। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए वित्त मंत्री ने हेल्थ के बजट में जबरदस्त इजाफा किया है लेकिन टैक्स स्लैब की दरों में कटौती की उम्मीद लगाए बैठे लोगों के हाथ निराशा लगी है। विपक्षी दलों ने सरकार के बजट को पूरी तरह से नकार दिया है।

बजट में उन राज्यों पर वित्त मंत्री मैं दिल खोलकर खर्च करने का मन बनाया है जहां पर विधानसभा चुनाव इसी वर्ष होने हैं। वहीं वित्त मंत्री ने कोई नया टैक्स न लगाकर इंडस्ट्री को राहत दी है। आयकर दाताओं को बजट में किसी भी तरह अहम राहत का एलान नहीं किया गया है. इनकम टैक्स स्लैब में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है पेंशन व पूंजी के ब्याज से जीवन यापन करने वाले 75 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को इनकम टैक्स दाखिल करने से छूट प्रदान की गई है

वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष 2022 में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 6.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, जोकि 2021 में 9.5 फीसदी रह सकता है।

बजट पर किसने क्या कहा-

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी----- "इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के लिए नए क्षेत्र विकसित करना, आधुनिकता की तरफ आगे बढ़ना, नए सुधार लाना है आज के बजट में आत्मनिर्भरता का विजन भी है और हर वर्ग का समावेश भी है"

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर-- "बजट में 16.5 लाख करोड़ रुपये का ऋण किसानों को मिलेगा. APMC सशक्त हो सकेंगे, बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर वहां खड़े हो सकेंगे, इसके लिए 1 लाख करोड़ रुपये के इंफ्रास्ट्रक्टर फंड में APMC को शामिल किया गया है. कृषि सुधार बिलों की दृष्टि से जिन लोगों के मन में शंका है वो इस बजट से निर्मूल हो जानी चाहिए. इस बजट में MSP के प्रति प्रतिबद्धता भी जाहिर की है और APMC को सशक्त बनाने की दृष्टि से भी सरकार ने ध्यान रखा है."

कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला

सुरजेवाला ने कहा " इस बजट का सार है 'धोखा', यह धोखेबाज बजट है केंद्र सरकार ने रक्षा बजट नहीं बढ़ाया। जिस प्रकार से राजकोषीय और वित्तीय घाटा लगभग 9.5-10% तक पहुंच गया है, यह निवेशक और अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की बड़ी घंटी है"

योगी आदित्यनाथ

"बजट में समाज के हर तबके के लिए बहुत कुछ प्रावधान किया गया है इसमें देश के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए जो प्रयास हुआ है और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदलाव करने के लिए जिस प्रकार की कार्ययोजना बनाई गई है वह अभिनंदनीय है यह बहुत महत्वपूर्ण और व्यवहारिक बजट है"

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी

" आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किया गया आम बजट देश के इतिहास में अब तक का पहला ऐसा बजट है जिसने इंफ्रास्ट्रक्चर को प्राथमिकता दी है, इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के कारण अन्य सेक्टरों को भी फायदा होगा।

तेजस्वी यादव

"यह बजट देश निर्माण के लिए नहीं था बल्कि देश बेचने के लिए था, कई संस्थानों की संपत्तियों को बेचा गया, जितनी संपत्तियां बची है उसे निजी क्षेत्र को देने की तैयारियां चल रही है।आम नागरिकों की कमर तोड़ दी गई।

अखिलेश यादव

" इस बजट ने उन सभी प्रदर्शनकारी किसानों को क्या दिया? बीजेपी हमेशा कहती थी कि वो आय दोगुनी करेगी, क्या इस बजट से किसानों की आय दोगुनी हो रही? हमारे युवा जो पढ़ाई करना चाहते हैं उनके लिए काम, रोजगार के लिए इस बजट में क्या व्यवस्था की गई है, क्या इनको रोजगार मिलेगा"

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी

" हमें उम्मीद थी कि असाधारण स्थिति में जब बजट पेश होगा तो इसमें असाधरण कदम उठाने की झलक मिलेगी लेकिन सरकार असाधारण स्थिति में बड़े साधारण और निजीकरण की राह पकड़ कर खुद को बचाना चाहती है।"

विकास त्रिपाठी (वरिष्ठ पत्रकार)

माजिद अली खां

माजिद अली खां

माजिद अली खां, पिछले 15 साल से पत्रकारिता कर रहे हैं तथा राजनीतिक मुद्दों पर पकड़ रखते हैं. 'राजनीतिक चौपाल' में माजिद अली खां द्वारा विभिन्न मुद्दों पर राजनीतिक विश्लेषण पाठकों की सेवा में प्रस्तुत किए जाते हैं. वर्तमान में एसोसिएट एडिटर का कर्तव्य निभा रहे हैं.

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