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देश को मिलेगी पहली केंद्रीय संस्कृत यूनिवर्सिटी, कैबिनेट ने दी बिल को मंजूरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्रीय संस्कृत यूनिवर्सिटी बिल को मंजूरी दे दी है. सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यह जानकारी दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस बिल को मंजूरी मिली है. बैठक के बाद प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा,''हमारी 3 संस्कृत डीम्ड यूनिवर्सिटी है, वो 3 संस्कृत डीम्ड यूनिवर्सिटी की एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी होगी.'' उन्होंने कहा कि यह संस्कृत की पहली केंद्रीय यूनिवर्सिटी होगी और इसलिए ये एक अच्छी और महत्वपूर्ण पहल है.
बता दें कि देश के संस्कृत महाविद्यालयों में लेक्चरार के कुल 709 पद खाली पड़े है. इसकी जानकारी खुद मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने लोकसभा में दी थी. रमेश पोखरियाल ने बताया था कि देश में कुल 760 संस्कृत कॉलेज चल रहे हैं, जिनमें से 468 उत्तर प्रदेश में हैं. संस्कृत कॉलेजों की संख्या के मामले में ओडिशा 59 कॉलेजों के साथ दूसरे नंबर पर है.
जबकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सिर्फ एक संस्कृत कॉलेज है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी विश्वविद्यालयों को छह महीने की अवधि के भीतर रिक्त पदों को भरने के लिए कहा है.