राष्ट्रीय

फानी तूफ़ान की चपेट में 10 हजार गांव, 223 ट्रेनें रद्द, भुवनेश्वर-कोलकाता एयरपोर्ट भी बंद

Special Coverage News
3 May 2019 1:51 AM GMT
फानी तूफ़ान की चपेट में 10 हजार गांव, 223 ट्रेनें रद्द, भुवनेश्वर-कोलकाता एयरपोर्ट भी बंद
x
गृह मंत्रालय के मुताबिक पूर्वी तटीय इलाकों से 8 लाख 20 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है, जबकि करीब 3 लाख 30 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है

चक्रवाती तूफान 'फानी तूफ़ान' ने विकराल रूप ले लिया है और भारत के पूर्वी तटीय इलाकों में दस्तक देने जा रहा है. इसको लेकर मौसम विभाग, एनडीआरएफ समेत सभी राहत और बचाव एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. नौसेना और सेना को भी तैयार रखा गया है. यह चक्रवाती तूफान शुक्रवार को सबसे पहले ओडिशा के तट से टकराएगा. इस दौरान भीषण बारिश होगी और तेज हवाएं चलेंगी. तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों से घरों से नहीं निकलने की सलाह दी गई है.

प्रचंड चक्रवाती तूफान फानी से पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तमिलनाडु के प्रभावित होने की आशंका है. फानी की चपेट में गंजाम, गजपति, खुर्दा, पुरी व जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा, भद्रक, जाजपुर और बालासोर सहित ओडिशा के कई तटीय जिले आ सकते हैं. पश्चिम बंगाल के पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर, दक्षिणी और उत्तरी 24 परगना, हावड़ा, हुगली, झारग्राम और कोलकाता जिलों के साथ ही आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिलों के भी इससे प्रभावित होने की आशंका है.

चक्रवाती तूफान फानी का सबसे ज्यादा प्रभाव ओडिशा में पड़ेगा. इससे ओडिशा के करीब 10 हजार गांव और 52 शहर प्रभावित होंगे. गृह मंत्रालय के मुताबिक पूर्वी तटीय इलाकों से 8 लाख 20 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है, जबकि करीब 3 लाख 30 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. इसके अलावा स्कूल, कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों को बंद कर दिया गया है.

मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार दोपहर से पहले फानी चक्रवात ओडिशा के तट से टकरा सकता है. यह चक्रवात ओडिशा के गोपालपुर और चांदबाली के बीच के इलाके में सबसे पहले दस्तक देगा. इस बीच यह चक्रवात भीषण रूप ले सकता है. इस दौरान भीषण बारिश हो सकती है और 170 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. साथ ही समुद्र में ऊंची लहरे उठ सकती हैं और भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं.

वहीं, ओडिशा के भुवनेश्वर एयरपोर्ट को आधी रात और पश्चिम बंगाल के कोलकाता एयरपोर्ट को रात साढ़े नौ बजे से बंद कर दिया गया है. भुवनेश्वर एयरपोर्ट 24 घंटे तक बंद रहेगा, जबकि कोलकाता एयरपोर्ट शुक्रवार शाम 6 बजे तक बंद रहेगा. एयर ट्रैफिक कंट्रोल के क्लियरेंस के बाद भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट से विभानों की आवाजाही शुरू होगी. इस बाबत डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने एडवाइजरी जारी की है.

इसके अलावा भद्रक-विजियानगरम सेक्शन के कोलकाता-चेन्नई रूट की सभी ट्रेनों को 4 मई तक के लिए रद्द कर दिया गया है. कुल 223 ट्रेनों को रद्द किया गया है, जिनमें से 140 एक्सप्रेस व मेल ट्रेनें हैं, जबकि 83 पैसेंजर ट्रेनें हैं. इसके अलावा 9 ट्रेनों के रास्ते बदले गए हैं और चार ट्रेनों को गंतव्य स्थल से पहले ही रोका जा रहा है. रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है.

चक्रवाती तूफान फानी के खतरे को देखते हुए ओडिशा के लिए आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर +916742534177 जारी किया गया है. इसके अलावा ओडिशा के अलग-अलग जिलों के कंट्रोल रूम नंबर भी जारी किए गए हैं.




फानी चक्रवात से निपटने की तैयारी की समीक्षा करने के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्पेशल रिलीफ ऑर्गेनाइजेशन ऑफिस का दौरा किया.

ज्वाइंट टाईफून वॉर्निंग सेंटर (जेडब्ल्यूटीसी) के मुताबिक- फैनी तूफान अब तक का सबसे खतरनाक चक्रवात साबित हो सकता है। ओडिशा में 1999 में आए सुपर साइक्लोन से करीब 10 हजार लोग मारे गए थे।

क्षेत्रीय मौसम विभाग के पूर्व निदेशक शरत साहू के मुताबिक- ओडिशा में 1893, 1914, 1917, 1982 और 1989 की गर्मियों में भी तूफान आए थे। लेकिन इस बार का चक्रवात बंगाल की खाड़ी के गर्म होने से बना है। लिहाजा यह ज्यादा खतरनाक हो सकता है।

Tags
Special Coverage News

Special Coverage News

    Next Story