
देखिये अब मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट की अंतिम क्षण की तस्वीरें, रो उठेगा दिल और छलनी हो जाएगा कलेजा

जब देश में पुलवामा हमले को लेकर बहुत नाराजगी थी ठीक उसके कुछ घंटे बाद आतंकियों ने एक थाने पर भी हमला करने का असफल प्रयास किया. लेकिन दूसरे दिन एक एलईडी को डिशफ्यूज करते समय विस्फोट में 31 वर्षीय मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट शहीद हो गए जबकि एक साथी सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गया है. जिसका सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है.
उधर मेजर चित्रेश सिंह के घर पर उनकी शादी की तैयारी बड़ी जोर शोर से चल रही थी. उनके पिताजी अपने सभी रिश्तेदारों को मेजर की शादी में शामिल होने के लिए घर से कार्ड बाटनें को निकले हुए थे. चूँकि पुरानी परम्परा के अनुसार अपने से बड़े सभी रिश्तेदारों को लड़के के पिता को ही कार्ड देना होता है साथ में नेग के रूप में कुछ मिठाई और दक्षिणा भी देनी पड़ती है और उनको बारात में शामिल होने के लिए कहना पड़ता है. उनेक पिताजी जल्द दे जल्द इस रस्म को पूरा कर बेटे के 28 फरवरी को छुट्टी आने से पूर्व यह सब कर उसकी तैयारी में जुटे हुए थे. कि उनके फोन की घंटी घनघनाई तो उन्होंने सोचा कि थोड़ी देर में फिर कर लेंगे.
फोन घर के नंबर पर भी गया तो सबका कलेजा काँप उठा क्योंकि दो दिन पहले ही यह सब बात हुई थी लेकिन किसी ने भी फोन पिक नहीं किया. फिर एक दोस्त के फोन पर यह मनहूस खबर सुनने को मिली तो परिजनों पर दुःख का पहाड़ टूट गया. कार्ड झोले के झोले में ही रह गये. खबर लडकी के घरवालों को मिली तो घर में चीत्कार मच गया. अब उनके शव को उनके घर भेजा जा रहा है. इससे पहले उनके शव को सलामी दी गई.
सेना के सभी बड़े अधिकारीयों ने उनके शव पर पुष्प गुच्छ अर्पित किये. उनके शव को अंतिम सलामी भी दी गई. रोते रोते अपने युवा जवान को सभी ने कंधा भी दिया. अब चूँकि इन बातों को लिखते लिखते अब मेरी भी उँगलियों ने जबाब दे दिया मन रो पड़ा है उन सैनिकों के लिए जिन्होंने देश की खातिर अपने प्राणों की आहुति देदी है. बस अब नहीं ...................