
Mahadev App Case: छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल की बढ़ी मुश्किलें, कई धाराओं में दर्ज हुआ FIR

Mahadev App Case: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर केस दर्ज हुआ है। दरअसल, भूपेश बघेल पर ये केस बहुचर्चित महादेव सट्टा ऐप के मामले में दर्ज हुआ है। कहा जा रहा है कि ईडी के प्रतिवेदन पर सीबी/ईओडब्ल्यू ने भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। पूर्व सीएम के खिलाफ 120 बी, 34, 406, 420, 467 सहित कई अनेक धाराओं में मामला दर्ज होने की बात सामने आ रही है। सोशल मीडिया पर भी FIR की कॉपी जमकर वायरल हो रही है लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टी नहीं हुई है।
FIR में भूपेश बघेल के अलावा महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित 16 अन्य लोगों का नाम शामिल है। दरअसल, ये मामला चर्चाओं में तब आया जब ईडी ने दावा किया कि उसने एक 'कैश कूरियर' के ईमेल स्टेटमेंट को रिकॉर्ड किया है, जिसमें खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यूएई में स्थित ऐप प्रमोटरों से कथित तौर पर 508 करोड़ रुपये लिए थे। वहीं, महादेव बुक का मालिक अब हिरासत में हैं, उसे मनी लॉन्ड्रिंग के तहत गिरफ्तार किया गया है।
क्या है महादेव बेटिंग ऐप?
बता दें, महादेव बेटिंग ऐप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए ऐप बनाया है। जिसमें यूजर्स पोकर, कार्ड गेम्स, चांस गेम्स नाम से लाइव गेम खेलते थे। इस ऐप के जरिए क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेलों और चुनावों में अवैध सट्टेबाजी भी की जाती थी। अवैध सट्टे के नेटवर्क के जरिए इस ऐप का जाल तेजी से फैला और सबसे ज्यादा खाते छत्तीसगढ़ में खुले। इस ऐप के जरिए धोखाधड़ी के लिए एक पूरा खाका बनाया गया था। महादेव बेटिंग ऐप कई ब्रांच से चलता था। हर ब्रांच को सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल फ्रेंचाइजी के रूप में बेचते थे। यूजर को सिर्फ शुरुआत में फायदा और बाद में नुकसान होता था। ये फायदे का 80% हिस्सा दोनों अपने पास रखते थे।




