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स्वदेश लौटते ही एमजे अकबर ने भेजा इस्तीफा! पीएम मोदी करेंगे आखिरी फैसला

Special Coverage News
14 Oct 2018 3:37 PM IST
स्वदेश लौटते ही एमजे अकबर ने भेजा इस्तीफा! पीएम मोदी करेंगे आखिरी फैसला
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विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने रविवार सुबह नाइजीरिया के दौरे से लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना इस्तीफा भेज दिया है?

यूसुफ अंसारी

नई दिल्ली। विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने रविवार सुबह नाइजीरिया के दौरे से लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना इस्तीफा भेज दिया है. उनके क़रीबी सूत्रों के मुताबिक उन्होंने पीएम मोदी को ईमेल से अपना इस्तीफा भेजा है. अपने इस्तीफे में अकबर ने कि उनपर लगे आरोपों की जांच तक वो अपने पद पर नहीं बने रहना चाहते. लिहाज़ा उन्हें पद मुक्त करके आरोपों का जांच कराई जाए. उन्होंने यह भी लिखा है, 'वो नहीं चाहते कि उनकी वजह से पीएम और सरकार की साख़ पर किसी तरह का बट्टा लगे.'

तीन दिन पहले ही हमने एमजे अकबर के क़रीबी सूत्रों के हवाले से ख़बर दी थी कि स्वदेश लौटते ही वो अपना इस्तीफा पीएम को सौंप दे देंगे. हमारी ख़बर एकदम सही निकली. हालांकि सरकार अभी इस्तीफे की पुष्टि नहीं कर रही. अकबर के इस्तीफे के मसले पर पीएम नरेंद्र मोदी के फैसला करना है. इस पर सलाह मशविरे के लिए पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री निवास पर अपने वरिष्ठ सहयोगियों, अधिकरियों और क़ानून के जानकारों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर गहन विचार विमर्श किया है. आज रात तक इस पर फैसला होने के आसार हैं. एमजे अकबर पर लगे आरोपों की गंभीरता को देखते हुए लगता है कि पीएम मोदी उनका इस्तीफा स्वीकार करके आरोपों की जांच के आदेश देंगे. इन आरोपों से पीएम और उनकी सरकार की साख़ पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.

ग़ौरतलब है कि #MeToo अभियान के तहत एमजे अकबर की क़रीब दर्जन भर पूर्व सहकर्मी महिला पत्रकारों ने उनपर यौनशोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं. इस दौरान विदेश राज्यनमंत्री नाइजीरिया के आधिकारिक विदेशी दौरे पर थे. उन्होंने इन आरोपों पर अभी तक कोई सफाई नहीं दी है. कई पत्रकारो ने उन्से फोन पर प्रतिक्रिया चाही थी लेकिन उनका फोन नहीं उठा. उन्होंने इस बीबत भेजे गए किसी एसएमएस का भी जवाब नहीं दिया. रविवार सुबह दिल्ली लौटते के बाद अंतर-रार्ष्ट्रीय एअरपोर्ट पर भी वो पत्रकारों के सवालों से कन्नी काट कर निकल गए. उन्होंने कहा कि वो इस बारे में बयान जारी करेंगे. बताया जा रहा है कि अकबर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात कर उन्हें इस पूरे मुद्दे पर सफाई दे सकते हैं.

आरोपों के बाद अकबर पर पद छोड़ने का भारी दवाब है. मोदी सरकार पर भी उन्हें हटाने का दबाव है. कांग्रेस और वामपंथी दलो समेत तमाम विपक्षी दलों के साथ बीजेपी के हयोगी दल भी सरकार से उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं. बीजेपी इस मुद्दे पर तक चुप्पी साध रखी है. बीजेपरी अध्यक्ष अमित शाह ने उन पर लगे आरोंपों की जांच की बात कही है. इससे साफ है कि अकबर का मंत्रीमंडल से पत्ता सफ होना तय है. किसी मंत्री के खिलाफ़ जांच नहीं हो सकती. जांच के लिए उनसका मंत्रिपद से हटना ज़रूरी है. बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि अकबर के खिलाफ लगे आरोप बहुत गंभीर हैं इसलिए उनका मंत्री पद पर बने रहना तय नहीं है. लेकिन इस पर आखरी फैसला पीएम मोदी को करना है.

ग़ौरतलब है कि सोशल मीडिया पर अब तक 14 महिलाओं ने अकबर पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं. हालांकि ये आरोप एमजे अकबर के राजनीति में आने से काफी पहले को हैं. ज्यादातर आरोप तब के हैं जब अकबर संपादक हुआ करते थे. सारे आरोप एमजे अकबर के साथ काम करने वाली उनकी जूनियार रहीं महिला पत्रकारों ने लगाए हैं.

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