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पीएम मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का किया उद्घाटन, बोले- ''आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं'

Special Coverage News
19 Jun 2024 1:04 PM IST
पीएम मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का किया उद्घाटन, बोले- आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं
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नालंदा पहुंचने पर पीएम ने नालंदा के खंडहरों का निरीक्षण किया। प्राचीन नालंदा के खंडहरों में मठ और शिक्षण संस्थान के पुरातात्विक अवशेष शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी 19 जून को नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्घाटन किया। उन्होंने करीब 15 मिनट तक 1600 साल पुराने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर का दौरा किया। इसके बाद प्रधानमंत्री प्राचीन नालंदा यूनिवर्सिटी पहुंचे। वहां उन्होंने नालंदा यूनिवर्सिटी के नए स्वरूप को देश को समर्पित किया। इस दौरान पीएम के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी नालंदा में मौजूद हैं। कई देशों के राजदूत, केंद्र और राज्य सरकार के कई मंत्री भी नालंदा पहुंचे हैं।

नए परिसर का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नालंदना भारत की परंपरा एवं पहचान का केंद्र था। आग की लपटें ज्ञान नहीं मिटा सकतीं। नालंदा से विश्व की विरासत जुड़ी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा आने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। नीतीश ने कहा कि पीएम यहां आए हैं, इसे देखकर वह काफी खुश हैं।

नालंदा एक पहचान और सम्मान है-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, 'यह मेरा सौभाग्य मुझे नालंदा आने का अवसर मिला है। यह भारत के विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं। नालंदा केवल एक नाम नहीं है। नालंदा एक पहचान और सम्मान है। नालंदा एक मूल्य, मंत्र, गौरव और गाथा है। नालंदा इस सत्य का उद्घोष है कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं।'

भारत के सामर्थ्य का परिचय कराएगा परिसर

इसकी पुनर्स्थापना भारत के स्वर्णिम युग की शुरुआत करने जा रहा है। अपने प्राचीन अवशेषों के समीप नालंदा का नवजागरण, यह नया कैंपस विश्व को भारत के सामर्थ्य का परिचय देगा। नालंदा बताएगा जो राष्ट्र मजबूत मानवीय मूल्यों पर खड़े होते हैं वे राष्ट्र इतिहास को पुनर्जीवित करके बेहतर भविष्य की नींव रखना जानते हैं।

पीएम ने नालंदा के खंडहरों का निरीक्षण किया

नालंदा पहुंचने पर पीएम ने नालंदा के खंडहरों का निरीक्षण किया। प्राचीन नालंदा के खंडहरों में मठ और शिक्षण संस्थान के पुरातात्विक अवशेष शामिल हैं। इसमें स्तूप, मंदिर, विहार (आवासीय और शैक्षणिक भवन) तथा प्लास्टर, पत्थर और धातु से बनी महत्वपूर्ण कलाकृतियां शामिल हैं। नालंदा भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय है। इससे पहले पीएम ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘यह हमारे शिक्षा क्षेत्र के लिए बहुत खास दिन है। आज राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया जाएगा। नालंदा का हमारे गौरवशाली अतीत से गहरा नाता है। यह विश्वविद्यालय निश्चित रूप से युवाओं की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने में बहुत मददगार साबित होगा।’

पांचवीं शताब्दी में हुई थी नालंदा विवि की स्थापना

विश्वविद्यालय का नया परिसर नालंदा के प्राचीन खंडहरों के स्थल के करीब है। इस परिसर की स्थापना नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम, 2010 के माध्यम से की गई थी। इस अधिनियम में विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए 2007 में फिलीपीन में आयोजित दूसरे पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में लिए गए एक निर्णय को लागू करने का प्रावधान किया गया था। नालन्दा विश्वविद्यालय की स्थापना पांचवीं शताब्दी में हुई थी जिसने दुनिया भर से छात्रों को आकर्षित किया था।

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