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मोदी सरकार ने बृजभूषण शरण सिंह को दिया बड़ा झटका! कुश्ती संघ निलंबित, नए अध्यक्ष संजय सिंह की मान्यता रद्द!

Arun Mishra
24 Dec 2023 6:14 AM GMT
मोदी सरकार ने बृजभूषण शरण सिंह को दिया बड़ा झटका! कुश्ती संघ निलंबित, नए अध्यक्ष संजय सिंह की मान्यता रद्द!
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पहलवानों के भारी विरोध के बाद मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.

नई दिल्ली : पहलवानों के भारी विरोध के बाद मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. कुश्ती संघ को ही निलंबित कर दिया है. साथ ही कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह की मान्यता भी रद्द कर दी है. संजय सिंह के नेतृत्व में भारतीय कुश्ती महासंघ की नई संस्था को खेल मंत्रालय ने निलंबित कर दिया है। मंत्रालय ने रविवार, 24 दिसंबर को अपने फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि डब्ल्यूएफआई संस्था ने मौजूदा नियमों और विनियमों के प्रति पूरी तरह से उपेक्षा दिखाई है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में, खेल मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की घोषणा जल्दबाजी में की गई और उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया।

मंत्रालय ने हवाला दिया कि नवनिर्वाचित निकाय के अध्यक्ष - संजय कुमार सिंह - ने 21 दिसंबर को घोषणा की कि जूनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं इस साल के अंत से पहले शुरू होंगी। मंत्रालय ने विस्तार से बताया कि यह नियमों के खिलाफ है और कम से कम 15 दिन के नोटिस की जरूरत है ताकि पहलवान तैयारी कर सकें।

खेल मंत्रालय ने यह बड़ा फैसला ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक के संन्यास लेने और बजरंग पुनिया का पद्मश्री वापस सम्मान वापस लेने के बाद उठाया है। इसके साथ ही खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ के आगामी सभी कार्यकर्मों को भी रद्द कर दिया है। खेल मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा है कि नए संघ ने नियमों के खिलाफ जाकर आगामी टूर्नामेंट और कार्यक्रमों का ऐलान किया था।

हाल ही में कुश्ती संघ ने जूनियर नेशनल चैंपियनशिप की घोषणा की थी, जिसमें ये टूर्नामेंट 28 दिसंबर से यूपी के गोंडा में शुरू होना था. इसको लेकर रेसलिंग छोड़ चुकीं साक्षी मलिक ने सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा, 'मैंने कुश्ती छोड़ दी है पर कल रात से परेशान हूं, वे जूनियर महिला पहलवान क्या करें जो मुझे फोन करके बता रही हैं कि दीदी इस 28 तारीख से जूनियर नेशनल होने हैं और वो नयी कुश्ती फेडरेशन ने नन्दनी नगर गोंडा में करवाने का फैसला लिया है." साक्षी मलिक ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, "गोंडा बृजभूषण का इलाका है. अब आप सोचिए कि जूनियर महिला पहलवान किस माहौल में कुश्ती लड़ने वहां जाएंगी. क्या इस देश में नंदनी नगर के अलावा कहीं पर भी नेशनल करवाने की जगह नहीं है? समझ नहीं आ रहा कि क्या करूं."

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