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24 सितंबर को शुरू होने जा रहे, हिमालयन फिल्म महोत्सव के अवसर पर परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन पर आधारित फिल्म शेरशाह उतरेगी पर्दे पर

Desk Editor
22 Sep 2021 10:22 AM GMT
24 सितंबर को शुरू होने जा रहे, हिमालयन फिल्म महोत्सव के अवसर पर परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन पर आधारित फिल्म शेरशाह उतरेगी पर्दे पर
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पीआईबी, नई दिल्ली :केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर 24 सितंबर 2021 को पहले हिमालयन फिल्म महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। पांच दिन की अवधि वाला यह फिल्म महोत्सव लेह-लद्दाख में 24 से 28 सितंबर 2021 तक आयोजित होगा।

फिल्म महोत्सव के उद्घाटन सत्र में शेरशाह फिल्म निर्माता और इसके कलाकार उपस्थित रहेंगे, जिनमें फिल्म निर्देशक विष्णुवर्धन और फिल्म के प्रमुख कलाकार सिद्धार्थ मल्होत्रा शामिल है। शेरशाह फिल्म को दिखाने के साथ इस महोत्सव की शुरुआत होगी।

इस दौरान समकालीन राष्ट्रीय पुरस्कारों और भारतीय पैनोरमा में चयनित फिल्मों का एक पैकेज प्रदर्शित किया जाएगा। यह स्क्रीनिंग सिंधु संस्कृति ऑडिटोरियम लेह में होगी, जिसमें डिजिटल प्रोडक्शन सुविधाएं हैं।

इस दौरान विभिन्न प्रकार की कार्यशालाओं और मास्टरक्लास का आयोजन किया जाएगा। जिसमें स्थानीय स्तर के फिल्म निर्माताओं, आलोचकों और तकनीशियनों को आमंत्रित किया जाएगा और उन्हें इस क्षेत्र के ज्ञान एवं कौशल की जानकारी दी जाएगी। यह सत्र फिल्म निर्माण के प्रति लोगों के रचनात्मक रुझान को बढ़ावा देने में एक प्रेरक की भूमिका निभाएगा।

प्रतियोगिता खंड में लघु फिल्मों और लघु वृत्तचित्रों को आमंत्रित किया गया है। इस श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्मों के लिए पुरस्कार फिल्म निर्देशक, प्रोड्यूसर, सर्वश्रेष्ठ छायांकन, सर्वश्रेष्ठ संपादन और सर्वश्रेष्ठ कहानी के लिए है।

भारत का हिमालयी क्षेत्र अपने अनूठे प्राकृतिक सौंदर्य से विश्व भर के फिल्म निर्माताओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस क्षेत्र की विशिष्ट भौगोलिक विशेषता, यहां के स्थानीय लोग, पारम्परिक हुनर एवं कौशल तथा स्थानीय रोजगार से जुड़ी गतिविधियों पर व्यापक स्तर पर डॉक्यूमेंट्री बनाई गई है। इस संदर्भ में फिल्म महोत्सव स्थानीय फिल्म निर्माताओं को उनकी कहानियां व्यापक तौर पर बताने का एक मौका प्रदान करता है।

पिछले दो दशकों में यहां के स्वतंत्र फिल्म उद्योग ने काफी प्रगति की है और फिल्म निर्माता स्थानीय भाषाओं में फिल्में बना रहे हैं। इसी अवधि में इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विद्युतीकरण भी हुआ है, जो ऑडियो-विजुअल क्षेत्र के विकास के लिए एक आवश्यक शर्त है। विभिन्न क्षेत्रों में हुए विकास से भारत में बनी एक लोकप्रिय फिल्म लद्दाख में तो पहुंच जाती है, लेकिन इस क्षेत्र की अनेकों कहानियां अभी भी बताने के लिए है, खासकर स्थानीय फिल्म निर्माताओं के नजरिए से इन्हें सामने लाया जाना बाकी है। इस संदर्भ में यह आयोजन फिल्म कार्यशालाओं, मास्टरक्लास और बातचीत सत्रों के आयोजन से उभरते एवं अपनी पहचान बना चुके, फिल्म निर्माताओं को आवश्यक कौशल एवं नेटवर्क संबंधी अवसर प्रदान करेगा।


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