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तिरुपति मंदिर ने 90 साल में पहली बार घोषणा, Wipro-Nestle से ज्यादा है धनवान! कई देशों की GDP से ज्यादा नेटवर्थ

Arun Mishra
7 Nov 2022 1:53 PM IST
तिरुपति मंदिर ने 90 साल में पहली बार घोषणा, Wipro-Nestle से ज्यादा है धनवान! कई देशों की GDP से ज्यादा नेटवर्थ
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तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (Lord Venkateswara Temple) ने पहली बार मंदिर की कुल संपत्ति की घोषणा की है।

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (Lord Venkateswara Temple) ने पहली बार मंदिर की कुल संपत्ति की घोषणा की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार को श्वेत पत्र जारी किया गया है, जिसमें बताया गया कि मंदिर का करीब 5,300 करोड़ का 10.3 टन सोना और 15,938 करोड़ नकद राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा है। मंदिर की कुल संपत्ति 2.26 लाख करोड़ की है।

तिरुपति मंदिर की संपत्ति के आगे देश की बड़ी-बड़ी कंपनियां भी फेल हैं. जी हां, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की ओर से मंदिर की संपत्ति का ऐलान करते हुए जो आंकड़ा पेश किया गया, वह Wipro-Nestle ही नहीं बल्कि ONGC-IOC जैसी कंपनियों के मार्केट कैप से ज्यादा है. यही नहीं मंदिर की नेटवर्थ दुनिया के कई देशों की जीपीपी से भी अधिक है.

पीटीआई के मुताबिक, तिरुपति मंदिर के पास कुल 2.5 लाख करोड़ रुपये (करीब 30 अरब डॉलर) से ज्यादा की संपत्ति है, जो आईटी कंपनी विप्रो, फूड एंड बेवरेज कंपनी नेस्ले समेत देश की कई कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन से ज्यादा है. करीब 90 साल में पहली बार मंदिर की संपत्ति का खुलासा किया है. भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित तिरुपति मंदिर के प्रबंधक तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने 1933 में अपनी स्थापना के बाद से पहली बार अपनी बैंकों में जमा नकदी और सोने समेत अन्य एसेट्स की जानकारी साझा की है.

मंदिर के पास इतना Gold और Cash

TTD की ओर से घोषित की गई तिरुपति मंदिर की संपत्ति पर नजर डालें तो मंदिर के पास 10.25 टन गोल्ड डिपॉजिट, 2.5 टन सोने के आभूषम, बैंकों में जमा करीब 16,000 करोड़ रुपये के अलावा देशभर में 960 परिसंपत्तियां मौजूद हैं, जो 7,123 एकड़ में फैली हुई हैं. इस हिसाब से तिरुपति की कुल नेटवर्थ 2.5 लाख करोड़ रुपये है. बीते तीन सालों में संपत्ति में इजाफे की बात करें तो TTD के पास 2019 में 7.4 टन सोना बैंकों में जमा था, जिसमें अब तक 2.9 टन की बढ़ोतरी हुई है. वहीं 2019 में विभिन्न बैंकों में सावधि जमा के रूप में निवेश 13,025 करोड़ था, जो अब बढ़कर 15,938 करोड़ हो गया है. यानी तीन साल में इसमें 2,900 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है.

कई देशों की GDP से ज्यादा नेटवर्थ

तिरुपति मंदिर की संपत्ति केवल दिग्गज कंपनियों से ज्यादा ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों की जीडीपी से भी ज्यादा है. विश्व बैंक के 2021 के GDP डाटा के मुताबिक, डॉमिनिका, सेशेल्‍स, एंटीगा एंड बारबुडा, भूटान, ग्रीनलैंड, फिजी, मालदीव्‍स, मोनाको, बरमूडा, गुयाना, ताजिकिस्‍तान, मारीशस, दक्षिणी सूडान, नामीबिया, निकारगुआ, मंगोलिया, मालटा, माली, अफगानिस्‍तान, हैती, आइसलैंड, जिम्‍बॉब्‍वे, साइप्रस समेत कई देशों की जीडीपी से ज्‍यादा संपत्ति तिरुपति मंदिर ट्रस्ट की है.

भारत का सबसे धनी मंदिर है तिरुपति बालाजी मंदिर

दक्षिण भारत के सभी मंदिर अपनी भव्यता और सुंदरता के लिए मशहूर हैं, लेकिन तिरुपति बालाजी मंदिर सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। तिरुपति बालाजी का मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में है। इस मंदिर को भारत का सबसे धनी मंदिर माना जाता है, क्योंकि यहां पर रोज करोड़ों रुपए का दान आता है। इसके अलावा भी बालाजी मंदिर से जुड़ी कई बातें ऐसी हैं, जो सबसे अनोखी है।

सिर्फ शुक्रवार को होते हैं पूरी मूर्ति के दर्शन

मंदिर में बालाजी के दिन में तीन बार दर्शन होते हैं। पहला दर्शन विश्वरूप कहलाता है, जो सुबह के समय होता है। दूसरा दर्शन दोपहर को और तीसरा दर्शन रात को होता है। भगवान बालाजी की पूरी मूर्ति के दर्शन केवल शुक्रवार को सुबह अभिषेक के समय ही किए जा सकते हैं।

भगवान विष्णु को कहते हैं व्यंकटेश्वर

इस मंदिर के बारे में कहा जाता हैं कि यह मेरूपर्वत के सप्त शिखरों पर बना हुआ है, इसकी सात चोटियां शेषनाग के सात फनों का प्रतीक कही जाती हैं। इन चोटियों को शेषाद्रि, नीलाद्रि, गरुड़ाद्रि, अंजनाद्रि, वृषटाद्रि, नारायणाद्रि और व्यंकटाद्रि कहा जाता है। इनमें से व्यंकटाद्रि नाम की चोटी पर भगवान विष्णु विराजित हैं और इसी वजह से उन्हें व्यंकटेश्वर के नाम से जाना जाता है।

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