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अशोक परनामी स्पष्ट करें, NHRM जलदाय विभाग, खान घोटाला भी क्या भाजपाइयों की देश भक्ति का भाग है!

Arun Mishra
2 May 2017 6:29 AM GMT
अशोक परनामी स्पष्ट करें, NHRM जलदाय विभाग, खान घोटाला भी क्या भाजपाइयों की देश भक्ति का भाग है!
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इस संसार की रचना करने वाले ईश्वर ने इस संसार में मनुष्य और जानवर दोनों को पैदा किया है। जानवर में बहुत सी कमियां होती हैं। मनुष्यों की तुलना में, परन्तु जानवर में एक कमी नही होती है। जानवर अन्दर से कुछ और हो और बाहर से कुछ और दिखाई दे ये खूबी उसमे नही होती है। जानवर अन्दर से और बाहर से एक जैसा ही होता है। मनुष्यों के साथ समस्या होती है की वह अन्दर से कुछ और होता है जो दिखाई नही देता और बाहर से कुछ और होता है जो सबको दिख जाता है। किसी आदमी की शक्ल सूरत दिखने में बहुत अच्छी लगती है लेकिन अन्दर से वह बहुत बदमाश होता है। किसी आदमी की शक्ल सूरत बाहर से बहुत कुरूप होती है लेकिन अन्दर से वह बहुत अच्छा होता है। जो अन्दर से अच्छा होता है वही इंसान अच्छा होता है।

इंसान को ईश्वर ने यह खूबी दी है कि वह अन्दर से कुछ और होता है और बाहर से जैसी समय की मांग हो उसी प्रकार की शक्ल सूरत एवं हाव भाव बनाकर अपना काम चलाता रहता है। जो मुश्किल इंसान के पहचानने में होती है वही मुश्किल एक नेता के पहचानने में होती है। नेता भी अन्दर से कुछ और होता है बाहर से कुछ और दिखाई देता है। कोई भी अगर अच्छा आदमी नही होता है तो वह अच्छा नेता भी नही होता है। अच्छा नेता अच्छा हिन्दू या मुसलमान बनने से पहले व्यक्ति का अच्छा आदमी होना आवश्यक होता है। हमारे देश में भी अधिकांश नेता गरीब हित की बात करके वोट बटोरते हैं। सरकार में बैठते ही एसे नेता मंत्री विधायक बनकर वोट देने वालो गरीबो को भूल जाते हैं।

हमारे देश में राजनीती करने वाले नेताओ ने बहुत झूंठ बोला है। हाल ही में एक कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष अशोक परनामी ने अपने पार्टी के कार्यकर्ताओ को देश भक्त बताकर उनकी काफी सराहना की है। अशोक परनामी की देशभक्ति में भी बड़े फरेब छिपे है अब चुनाव आने पर अच्छा होता या अपनी सरकार के अच्छे कामों के बल पर कार्यकर्ताओ को कुछ बताते है। अब हमारा सवाल है कि परनामी साहब शायद आप की नजरो में देश भक्ति के पैमाने आम जनता की नजरो के सामने बताने के अलग होते है और सरकार में बैठकर घोटाले करने के अलग होते है। लोग धर्म देशभक्ति के नाम पर अंधी श्रृद्धा के शिकार आसानी से बन जाते है, शायद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी के देशभक्ति के भाषण कार्यकर्ताओं को देना इसी प्रकार का सन्देश है।

आसाराम की रासलीला धर्म की आड़ में ही चलती रही है। तालिबान के धार्मिक कठमुल्लो के फतवे और उनके द्वारा किये जाने वाली मानवता को शर्मसार करने वाली आतंकी घटनाए धर्म की ओट में ही चलती हैं। जर्मनी के तानाशाह हिटलर के राष्ट्रवाद ने जर्मनी के करोडो लोगो को मारकर पूरी दुनिया में जंग छेड़कर भारी तबाही राष्ट्रवाद के नाम पर ही मचाई थी। शायद परनामी जी आपकी पार्टी की राष्ट्रवादी देशभक्ति में प्रदेश के निवासियों के सुख-दुःख का कोई स्थान नही है। आपकी सरकार के चार वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रदेश के हालात भयावह बने हुए है। परनामी जी शायद आपकी नजरो में देशभक्ति देश की जनता की सेवा नही करने का नाम है। देश के भोगोलिक नक्शे की जमीन, नदी, पहाड़ और उस पर रहने वाले जीव जंतुओ में सिर्फ गाय माता से प्रेम करना आपकी देशभक्ति है वह भी समय समय पर बदलती रहती है।

देश की भोगोलिक सीमा में रहने वाले भारत वासियों में फूट डालकर नफरत फैलाना फिर नफरतो की भड़कती आग में सियासी रोटियां सेकना, वोटो की फसल लूटना, सरकारे बनाना और सरकार बन जाने पर हजारो करोडो के घोटाले करना। यह आपकी पार्टी के नेताओ की देशभक्ति का ही एक पार्ट है जिसे प्रदेश की जनता देख चुकी है। आपके शासन में निरंकुश भृष्टाचार का नंगा नाच चल रहा है आपकी पार्टी के शासन में गरीब की सुनने वाला कोई नही है। राजधानी में ही थानों में जमीन खोर जालसाज थानेदार थानो में बैठकर रिश्वत लेते दिन दहाड़े पकडे जा रहे है। जमीन माफिया, क्रिकेट मेच के सटोरियों से आपके मंत्रियों के पुत्र मिलकर कारोबार कर रहे हैं।

आपके शासन में भृष्ट अफसर जनता की खून पसीने से कमाई जीवन भर की जमा पूंजी लूट रहे हैं। आपकी देश भक्त सरकार की मुखिया पर स्व. श्री भेरो सिंह शेखावत जो आपके ही नेता रहे है, उन्होंने हजारो करोडो रूपये खजाने के आरोप लगाये थे। वर्तमान विधान सभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने 6 हजार करोड़ रूपये उसके गृहजिले से खा जाने के आरोप लगाये थे। परनामी साहब ये तो आपकी पार्टी के अपने नेता है जरा कभी तो कुछ तो इन नेताओ के आरोपों के बारे में भी बोल दीजिये। जनता को पता नही चल रहा कि आरोप लगाने वाले देशभक्त है या जनता के पैसे खाने वाले देशप्रेमी है आप ही कुछ बता दीजिये।

वैसे शायद आपको यह भी याद नही होगा कि प्रदेश के लोकप्रिय अखबार राजस्थान पत्रिका के मालिक स्व. कपूर चन्द कुलिस ने कभी आपकी पार्टी को 'भाजपा कोल्ड स्टोरेज का सडा हुआ आलू' बताकर विशेष लेख लिखे थे। खैर, ये शायद आपको याद नही है इसलिए हम आपको धोलपुर महल की भूमि हडपने, आमेर की हवेलियों की दास्ताँ और भगोड़े ललित मोदी के बारे में बता देते है। शायद आपकी देश भक्ति का ही एक भाग यह भी था जब आप प्रेस के सवालों से भागकर आधे अधूरे बयान पत्रकारों को देकर इन विवादित मुद्दों से अपना पीछा छुड़ाकर भाग जाते थे। आपकी देश भक्ति धर्म भक्ति उस वक्त भी सोई रही थी जब आपकी नाक के नीचे राजधानी में जयपुर नगर निगम के मेंयर के पद पर बैठे एक संघी अवतार निर्मल नाहटा प्रतिदिन हजारो गायो को भूखी प्यासी रखकर सरकारी गोशाला में मरने के लिए विवश कर रहा था।

राज्य में हुए खान घोटाले में आपकी सरकार का भृष्ट अशोक सिंघवी प्रशासनिक अधिकारी दाउद इब्राहिम बनकर प्रदेश के खान मालिको से पर्ची भेजकर अवैध वसूली कर रहा था, यह भृष्ट अफसर भी आपकी सरकार की देश भक्त टीम का ही एक सदस्य था। भृष्ट सिंघवी के कारण ही राज्य के एक खान मालिक शेरखान को गिरफ्तार होकर जेल में इलाज नही मिलने के कारण अकाल मोत मरना पड़ा था। आपके चिकित्सा मंत्री अपनी विधानसभा मालवीय नगर वासियों के लिए ही जयपुर में चिकित्सा विभाग के मंत्री बने बैठे है। प्रदेश के कोटा जिले में हाल ही में इलाज के अभाव में कई नवजात मरे है, उन्हें आपकी सरकार शायद प्रदेशवासी नही मानती इस कारण ही उनके पुत्रो को इलाज नही मिलता है।

आपकी सरकार की मंत्री किरण माहेश्वरी भृष्टाचार का दुसरा नाम बन गई इनकी देशभक्ति 45 रु की एलईडी लाईट को एक हजार रूपये में जलदाय विभाग की खरीदने के लिए मजबूर कर रही थी। इनके भृष्टाचार के कारनामे विधानसभा में उठाने वाले विधायक की विधायकी आपकी सरकार ही बचाती है। शायद इसके पीछे देशभक्त राष्ट्रवादी भृष्टाचार करने की चेम्पियन किरण माहेश्वरी को बचाने का उद्देश्य छिपा है। बजरी माफिया से आज तक आपकी सरकार के सीधे भृष्टाचार के तार जुड़े है। प्रदेश में बजरी की कालाबाजारी करना जनता को लूटना आपकी अद्वितीय देशभक्ति है।

राजधानी के थानों की बोली लगाकर आपके ही शासन में जंगा पुलिस अधिकारी बेचता रहा है। जेडीऐ में बैठे शिखर अग्रवाल की लूट की गाथा आपकी देशभक्त सरकार के भृष्ठ शासन की वीर गाथा है जिसे राजधानी में आपकी ही पार्टी के स्वायत शासन मंत्री रोरोकर सुनाते थे। नकली दवा के कारोबार को रोकने में आपकी सरकार की पूरी मशीनरी विफल हो गई है। आपके शासन में एक किलो का जय श्रीराम बोल कर आठ सो ग्राम तोला जा रहा है। सारे प्रांत के मिलावट राम अब आपकी पार्टी के सदस्य बनकर धडल्ले से नकली खाद पदार्थ बेच रहे है क्या मजाल है उनकी देशभक्ति कभी उनके शरीर में जीवित होकर कभी सच बोलकर असली घी बेचे।

एन.आर.एच.एम घोटाले में राज्य का एक बड़ा वीर अधिकारी जो आपके शासन का बड़ा दुलारा था। नीरज के पवन की देशभक्ति भी आपके शासन में खूब परवान चडी थी वह जेल भी शायद देशभक्ति में ही गया हो हमे याद नही। लाल चन्द असवाल के जयपुर नगर निगम में बेखोफ़ भृष्टाचार करने के कारनामे भी आपके शासन की देशभक्ति के स्पष्ट प्रमाण है। आपकी सरकार के भृष्ट युनुस खां मंत्री से आनंद पाल के देशभक्त सम्बन्ध तो आपको पता है।

जेल में आपकी सरकार का मंत्री आनंदपाल को भगत सिंह या राजगुरु समझकर ही तो मिलने जाता है। आपकी देशभक्त सरकार फिर एक दिन आनंद पाल को देश हित में पुलिस हिरासत से भाग जाने के सारे इंतजाम कर देती है। तब से आज तक सभी अपराधियों को आपकी सरकार देशभक्त ही समझ रही है इसी कारण हाल ही में बस में बैठे एक अपराधी को उसके साथी पुलिस हिरासत से जबरन छुडा ले जाते हैं। आपके शासन में उदयपुर सम्भाग में दलितों को घोड़ी पर चढ़ने नही दिया जाता है, प्रेमी युगल को नंगा करके आपके शासन में पूरे गाँव में घुमाया जाता है। आपकी सरकार की भृष्ट मंत्री किरण माहेश्वरी के उच्च शिक्षा विभाग में राजस्थान यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर परीक्षा पेपर बेचकर जेल जा रहे है। इनमे से सब तो नही पर कुछ तो आपकी ही तरह आपकी देश भक्त भाजपा से जुड़कर ही परीक्षा पेपर बेचने के राष्ट्रभक्त कर्म कर रहे है।

आपकी सरकार यदि दिनेश एम. एन. जेसे ईमानदार से डरकर उसका राज्य की एसीबी से तबादला नही करती तो शायद आपके परिवहन मंत्री जो कल तक एल.आई.सी. एजेंट थे उनके जेसे कई भृष्ट मंत्री जेल में होते है। जयपुर के सारे भृष्ट अधिकारीयों का रोज आपके घर पर जमावड़ा लगता है। हमे तो यह भी देश भक्ति की एक पाठशाला जेसा लगता है पर कमबख्त जयपुर की जनता इसे भी भृष्टाचार का रूप मानकर चिंता करे तो भाई यह जनता की नादानी है।

मदरसा बोर्ड की चेयरमेन से इन दिनों आपकी खूब पट रही है हमे इस पर एतराज भी नही है पर क्या है आपकी पार्टी के लोगो को आपके विधुर होने पर एतराज है। पार्टी की महिला नेत्री व पुरुष तो मिलेंगे ही उनको एक दुसरे से हजारो काम होने के हजारो बहाने है पर आपकी भाजपा में ही आपके देशभक्ति पूर्ण संबंधो पर कुछ ज्यादा ही चर्चा है। कभी कभी जीवन में अनेक व्यक्तियों को समाज समझने में भूल करता है शायद आपको व आपकी पार्टी के देशभक्तों की देशभक्ति को सही समझने में प्रदेश की जनता भूल कर रही है। देश भक्ति की बातो को इस घोर कलियुग में समझना हम जैसे अनाड़ियों का काम नही है। यह तो आप जैसे देशभक्त राष्ट्र पुरुषो की बपोती है जिसके प्रदर्शन से आप चुनाव में वोट प्राप्त करें फिर सरकार में बैठकर मंत्री विधायक बनकर अपनी कलम को बेचकर जमकर लूट से अपने घर भरे। सच में आप जेसी देशभक्त पुण्यात्मा के लिए अगर हमने कुछ ज्यादा ही लिख दिया तो हम आपकी देश भक्त काया से विनम्र माफ़ी मांगते है।

मो. हफीज, व्यूरो चीफ, राजस्थान
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