
शहीदों की शहादत की हवा दिल्ली में नहीं आ रही, अभी तो जीत की हवा हावी है!

हमने तुमको दिल्ली भेजा 'डोली' पर अरमानों की . आज पाकिस्तानी फ़ायरिंग में दो सैनिक और शहीद हो गये तो अभी अभी 5 सैनिक संदिग्ध आतंकी हमले में कश्मीर के कुलगाम में शहीद हो गए. घाटी में पिछले 5 वर्षों में 5000 से अधिक सैनिक मारे जा चुके हैं. सुकमा में मरे वो अलग. रोज़-रोज सैनिकों के सीमा व छत्तीसगढ़ में मारे जाने से देश स्तब्ध है.
यदि देर हो गयी तो, सैनिकों का विद्रोह संभाले नहीं सम्भलेगा. शहीदों के परिवारों का रुदन देश की आत्मा को झकझोर रहा है. देश क्रोध में है . सैनिकों को फ़्री हैंड मिले या फिर कश्मीर दान में दे दो. पाकिस्तान में नहीं तो कम से कम एक सर्जिकल स्ट्राइक 'सुकमा' में तो कर दो.
'देश नही झुकने दूंगा मैं। माइक से मत चीखो तुम !दुश्मन का निपटारा करना इज़राइल से सीखो तुम !!'सैनिकों को मरने के लिए विबश मत करो.......जय हिंद-जय भारत !!!
पूर्व आईएएस सूर्यप्रताप सिंह
कब तक माइक पर चीख चीख कर शेखियां बघारी जायेंगी सरकार की उपलब्धियां गिनाई जायेंगी. इस उपलब्धी को भी साहब मन में गिना लो उस विधवा को जबाब दे दो जिसके हाथ की मेहंदी का रंग आपके इस आतंक ने छीना है. वो बच्चा रो रोकर अपनी माँ से अपने बाप के बारे में पूंछ रहा है उसे भी बता दो कुछ. नहीं बता सकते आपके पास कोई जबाब ही नहीं है है तो सिर्फ निंदा निंदा निंदा?
अरे वो 2012 या 13 का आपका क्या भाषण था क्या बोला था आपने उसी को सोचकर जनता ने आपको जबर्दस्त बहुमत देकर जिताया था क्या बोले थे आप एक सर के बदले तीन तीन सर लायेंगे. कितने आ गये जरा किसी के पास गिनती हो तो बता देना. इस साल में लगभग 200 सैनिक जान दे चुके होंगे. खबर लिखने पर एक मनहूस खबर और आ गई की कुलगाम में संदिग्ध आंतकी हमले में 5 सैनिकों समेत एक गार्ड शहीद हो गया. अब नहीं कुछ भी लिख सकता मन बहुत द्रवित है. जय हिन्द जय भारत