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भारत के बेजवड़ा विल्सन व टीएम कृष्णा को मिला रैमन मैग्सेसे अवॉर्ड

भारत के बेजवड़ा विल्सन व टीएम कृष्णा को मिला रैमन मैग्सेसे अवॉर्ड
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नई दिल्ली: वर्ष 2016 के रेमन मैगसेसे पुरस्कार की घोषणा हो चुकी है। इस वर्ष दो भारतीय बेजवड़ा विल्सनटीएम कृष्णा को रैमन मैग्सेसे अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। टीएम कृष्णा, कर्नाटक क्लासिकल म्यूजिक के सिंगर हैं, वहीं बेजवड़ा विल्सन 'सफाई कर्मचारी आंदोलन' से जुड़े हैं।

दोनों ही लोगों को 2016 के लिए रेमन मैग्सेसे अवॉर्ड देने के एलान हुआ है। 40 वर्षीय टीएम कृष्णा का जन्म चेन्नई में हुआ था और वह कर्नाटक में संगीत के क्षेत्र में काफी जाना माना चेहरा हैं। उन्हें यह पुरस्कार संस्कृति में सामाजिक समग्रता सुनिश्चित करने के लिए मिला है। उन्होंने अपनी कला से भारतीय समाज में व्याप्त विभाजन को भरने का प्रयास किया और जाति तथा वर्ग के भेद को तोड़कर इस बात को स्थापित करने की कोशिश की कि संगीत सिर्फ एक आदमी के लिए नहीं सबके लिए है। वे एक आर्टिस्ट होने के साथ
राइटर
, स्पीकर और एक्टिविस्ट भी हैं। फिलहाल कृष्णा रूस में हैं। उन्हें अवॉर्ड की जानकारी दे दी गई है।

जबकि, सामाजिक कार्यकर्ता बेजवाड़ा विल्सन का जन्म कर्नाटक के दलित परिवार में हुआ था। इनकी पहचान बोर्ड और ट्रस्टियों ने एक ऐसे व्यक्ति के रूप में की है जिसने मानव जीवन में गरिमा को स्थापित करने पर जोर दिया। इन्हें मानवाधिकार के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। 50 साल के विल्सन पिछले 32 साल से अपनी ये मुहिम चला रहे हैं। भारत में अनुमानित 6 लाख मैला ढोने वाले हैं जिनमें से 3 लाख के आसपास को उन्होंने मुक्त कराया है।

बता दें की इन दो भारतीयों के अलावा कोंचिता कैर्पियो-मोरैल्स, डोंपेट डुआफा, वियंतीएन रेस्क्यू और जापान के ओवरसीज कोऑपरेशन के चार अन्य वालंटियर को इस अवार्ड के लिए चुना गया है।
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