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महात्मा गांधी की नाथूराम गोडसे से जान बचाने वाले स्वतंत्रता सेनानी भिकू दाजी भीलारे का निधन
जाने-माने स्वतंत्रता सेनानी भीकू दाजी भिलारे जिन्हें लोग भिलारे गुरुजी के नाम से भी जानते हैं

पुणे: जाने-माने स्वतंत्रता सेनानी भीकू दाजी भिलारे जिन्हें लोग भिलारे गुरुजी के नाम से भी जानते हैं का बुधवार को निधन हो गया। भिलारे गुरुजी को इसलिए भी जाना जाता है क्योंकि उन्होंने 1944 में महात्मा गांधी की जान बचाई थी। पंचगनी में जब 1944 में नाथूराम गोडसे बापू की हत्या करने की कोशिश की थी तो भिलारे दाजी ने उनकी जान बचाई थी।
उन्होंने अपने साक्षात्कार के दौरान बताया था कि पंचगनी में आयोजित महात्मा गांधी की सभा में सभी को प्रवेश की अनुमति थी। उस दिन उस प्रार्थना सभा में उषा मेहता, प्यारेलाल और अरुणा आसफ अली उपस्थित थे। गोडसे महात्मा गांधी की तरफ चाकू लेकर दौड़ा और उसने कहा उसके पास कई सवाल हैं। मैंने उसे रोका और उसके हाथ को मोड़ दिया और उससे चाकू छीन लिया। लेकिन गांधीजी ने गोडसे को जाने दिया।
महात्मा गांधी के पड़पोते तुषार गांधी ने भी इस बात को माना है कि भिलारे और मणिशंकर पुरोहित ने गोडसे को उसकी योजना में सफल नहीं होने दिया था। वहीं कपूर कमीशन का इस मामले में कहना है कि 1944 की घटना की पुष्टि नहीं की जा सकती है, इस बात पर भी सवाल है कि इस तरह की कोई घटना हुई भी था या नहीं।
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