Begin typing your search...

राहुल गाँधी को लेकर चीनी दूतावास ने किया बड़ा दावा!, कांग्रेस ने किया इनकार, जानिए क्या है मामला

सीमा को लेकर भारत और चीन के बीच तनाव चल रहा है। इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत में चीन के राजदूत लुओ झाओहुई से 8 जुलाई को मुलाकात की थी।

राहुल गाँधी को लेकर चीनी दूतावास ने किया बड़ा दावा!, कांग्रेस ने किया इनकार, जानिए क्या है मामला
X
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • Print
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • Print
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • Print
  • koo
नई दिल्ली: सीमा को लेकर भारत और चीन के बीच तनाव चल रहा है। इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत में चीन के राजदूत लुओ झाओहुई से 8 जुलाई को मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के वर्तमान संबंधों की स्थिति पर बात की। हालांकि कांग्रेस ने इस तरह की किसी भी मुलाकात से इनकार किया है। बता दे कि पिछले सप्ताह राहुल गांधी ने ट्विटर के जरिए चीन मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया था।
आपको बता दें कि पिछले महीने भारत ने भूटान के डोकलाम इलाके में चीन का सड़क निर्माण रोक दिया था। इसके बाद से ही चीन बॉर्डर पर दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। चीन ने नाथू ला में भारतीय सेना के कई बंकर उड़ा दिए जिसके बाद कैलाश मानसरोवर की यात्रा प्रभावित हो गई है। वहीं चीन ने भारत को अपनी सेना वापस बुलाने को कहा है और युद्ध की धमकी भी दी है। वहीं भारतीय सेना ने चीन के सड़क निर्माण को अपनी सुरक्षा पर खतरा बताते हुए पीछे हटने से इनकार कर दिया है।
भारत-चीन के बीच कुल 3500 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है। इन दोनों देशों के बीच सीमा विवाद की वजह से 1962 में युद्ध हो चुका है। बावजूद इसके सीमा विवाद नहीं सुलझ सका। यही वजह है कि अलग-अलग हिस्सों में अक्सर भारत-चीन के बीच सीमा विवाद उठता रहा है। मौजूदा सीमा विवाद भारत-भूटान और चीन सीमा के मिलान बिन्दु से जुड़ा हुआ है। सिक्किम में भारतीय सीमा से सटा डोकलाम पठार है, जहां चीन सड़क निर्माण कराने पर आमादा है। भारतीय सैनिकों ने पिछले दिनों चीन की इस कोशिश का विरोध किया था।
डोकलाम पठार का कुछ हिस्सा भूटान में भी पड़ता है। भूटान ने भी चीन की इस कोशिश का विरोध किया। भूटान में यह पठार डोक ला कहलाता है, जबकि चीन में डोकलांग। भूटान और चीन के बीच कोई राजनयिक संबंध नहीं है। भूटान को अक्सर ऐसे मामलों में भारतीय सैन्य और राजनयिक सहयोग मिलता रहा है। लिहाजा, भारतीय सेना ने इस बार भी चीनी सैनिकों के सड़क निर्माण की कोशिशों का विरोध किया है। चीन को यह बात नागवार गुजरी है।
Special Coverage News
Next Story