शहीदों का अपमान करने वाले पाकउच्चायुक्त को रोजा इफ्तार पार्टी में आने से किया मना

नई दिल्ली
पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित को भारत से बड़ा झटका लगा जब मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने अपना रोजा इफ्तार का न्योता वापस लेलिया. और खुले शब्दों में कह दिया की मत आइये हमारे प्रोग्राम में . ये मुस्लिम मंच ने तब कहा जब पाक उच्चायुक्त ने पम्पोर घटना पर अपना बेतुका बयान दिया था.
क्या कहा था वासित ने
पाक उच्चायुक्त अब्दुल वासित ने अपने यहाँ रमजान की इफ्तार की पार्टी का आयोजन किया था. उसी दिन जम्मू कश्मीर के पम्पोर में आत्नकबादियों ने सीआरपीएफ की बस पर हमला कर दिया था जिसमें हमारे आठ जवान शहीद हो गये. इस पर मौजूद पत्रकारों ने सवाल कर दिया तो अब्दुल वासित बड़े ही हसते हुए अंदाज में कहा कि आज तो आप रोजा इफ्तार की पार्टी का मजा लीजिये ये बातें तो बाद की है. इस घटिया बयान की पुरे देश ने निंदा की थी.
इसी ब्यान के चलते अबदुल वासित को दिया गया मुस्लिम राष्ट्री मंच ने अपना न्यौता वापस ले लिया है.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से मान्यता प्राप्त संगठन माना जाता है. इसका गठन साल 2002 में आरएसएस प्रमुख केएस सुदर्शन के पहल के बाद किया गया था. इसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा मुस्लिमों तक पहुंच बनाना है.
Withdrew invite as Mr. Abdul Basit failed to condemn #PamporeAttack-Mohd Afzal,Nat'l Convener,Rashtriya Muslim Manch pic.twitter.com/71elReuZIP
— ANI (@ANI_news) June 28, 2016
बहीं इस कार्यक्रम से आरएसएस ने भी अपना पल्ला झाड़ लिया है, कहा है आरएसएस का मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के रोजा इफ्तार से कोई लेना देना नहीं है नहीं बो हमारा कोई संघठन है. दूसरी तरफ अब्दुल बासित को इफ्तार पार्टी का न्योता दिए जाने का संघ विचारक राकेश सिन्हा ने भी विरोध किया था. उन्होंने कहा था कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच को बासित को दिया न्योता वापस ले लेना चाहिए. हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि MRM का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से कोई लेना-देना नहीं है
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच एक स्वतंत्र संस्था है जो आतंकवाद के खिलाफ जनमत बनता है ,इसके द्वारा आयोजित इफ्तार का RSS से कोई लेना देना नहीं है।
— Prof Rakesh Sinha (@RakeshSinha01) June 26, 2016