
नवजात के इलाज के लिए मां ने देर रात CM रावत को किया फोन और फिर...

देहरादून : उत्तराखंड के उत्तरकाशी अति दुर्गम इलाके सुनाली गांव में रहने वाली एक महिला की मदद के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आधी रात तैयार दिखे। अपने बीमार बच्चे के इलाज के लिए भटक रही महिला की मदद कर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मानवता की अनूठी मिसाल पेश की है।
दरअशल सुनाली गांव में एक महिला के नवजात बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब थी। ऐसे में अपने बीमार बच्चे के इलाज के लिए उस महिला ने रात के 11 बजे सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को फोन कर अपने बच्चे के स्वास्थ्य के संबंध में परेशानी बताई।
जिसके बाद देर रात सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने न केवल फोन पर उसकी वेदना को सुना बल्कि उसकी मदद के लिए भी तुरंत स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिए। उनके निर्देश पर स्थानीय अधिकारियों ने आधे घंटे के भीतर रात 11.30 बजे मौके पर पहुंचकर बच्चे को सामुदायिक चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराकर उपचार कराया।
करीब 1 घंटे के भीतर ही बच्चे की तबीयत में सुधार होने लगा। प्रदेशवासियों की जनता की सेवा के प्रति सीएम रावत की सक्रियता और इस मानवीय पहल से उस नवजात बच्चे की सेहत में सुधार हुआ। जिसके लिए उस महिला ने देर रात समस्या को सुनकर उनकी मदद करने के लिए मुख्यमंत्री रावत का आभार व्यक्त किया है।
आपको बता दें इससे पहले भी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डोईवाला से आते हुए फ्लीट रुकवाकर एक घायल व्यक्ति को इलाज के लिए अपने वाहन से अस्पताल पहुंचाया था। यही नहीं अभी कुछ दिन पहले भी उन्होंने फोन पर एक छात्रा की शिक्षकों की कमी की शिकायत को सुना और फौरन समस्या के निदान के निर्देश दिए थे।