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एमपी में विकास विज्ञापन में दिखता है जमीन पर नहीं - बाबूलाल गौर

एमपी में विकास विज्ञापन में दिखता है जमीन पर नहीं - बाबूलाल गौर
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भोपाल

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने मोदी की 75+ योजना के तहत भारी मन से इस्तीफा तो दे दिया है, लेकिन सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक अगले सप्ताह वो कोई बड़ा ऐलान भी कर सकते है. इतना सुनने के बाद प्रदेश के बीजेपी नेताओं के हाथ पांव फुल गये है.

आपको बता दें कि बीजेपी के नेता बाबूलाल गौर की उम्र 75+ जरुर है लेकिन राजनीती में पकड़ काफी सख्त है. उनके पीछे समर्थकों की भीड़ आज भी मौजद है. एमपी के नेता बाबूलाल के हर कदम पर नजर बनाये हुए है, गौर ने कहा है कि अगले चार पांच दिन में अपने पत्ते खोलेंगे.


मंत्रिमंडल से रुखसती के बाद पूर्व गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने पहला हमला शिवराज पर बोलते हुए कहा कि विकास विज्ञापन में दीखता है जमीन पर नहीं. अपने हाल पर बोलते हुए कहा है कि मेरा हटाया जाना क्षेत्र की जनता को नागबार लगा है. लोगों का मानना है कि विभाग छीन लेते, विना विभाग का मंत्री तो बना रहने देते. लेकिन इस तरह से बेइज्जत करके हटाना सभी को बुरा लगा. नया निर्माण तो सबको अच्छा लगता है लेकिन पुरनी नीवं को हिलाकर नहीं.


कांग्रेस की और से बाबूलाल गौर को इशारा कर दिया गया है. बहीं राजनीतिक पंडितों का मानना है कि गौर कभी कांग्रेस का रुख नहीं करेंगे परंतु राजनीति में परिस्थितियां कभी भी बदल सकतीं हैं। कांग्रेस का एक बड़ा वर्ग यह शिद्दत से चाहता है कि बाबूलाल गौर जैसा नेता कांग्रेस में हो. जिससे भोपाल में कांग्रेस मजबूत हो जाए. और शिवराज की सत्ता का तख्तापलट हो सके. कयास ये भी है कि एमपी में तीसरी ताकत बनकर समाजवादी पार्टी उभर सकती है यदि बाबूलाल गौर उसे सभाल लें. गौर मुलायम के रिश्तेदार भी है. साथ ही यादव समुदाय से आते है. लेकिन गौर को उनकी सीट पर चुनौती देने खुद शिवराज सिंह भी जाएँ तो बो भी चुनाव जीत नहीं पायेंगे.

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