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ग्रेटर नोयडा एवं नोयडा के मतदाताओं ने कहा, यदि दुबारा सरकार बनेगी तो अखिलेश के कारण और हारी तो....
ग्रेटर नोयडा एवं नोयडा के मतदाताओं ने बताया कि पिछले तीन महीने से अखिलेश सरकार के बारे में लोगों के विचार में बड़ी तेजी से परिवर्तन आया है. उन्होंने चर्चा के दौरान बताया कि तीन महीने पहले तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोग सपा को दुबारा वोट करेंगे, ऐसा नही सोचते थे. किन्तु इन तीन महीनों में जिस तरह से घटनाएं घटी, उससे उनका मोहभंग हो गया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के काम दिखने लगे हैं. इसलिए वे दुबारा उत्तर प्रदेश के लिए अखिलेश के नाम पर विचार करने लगे. अधिकांश मतदाताओं ने यह स्वीकार किया कि जिस राह पर हमें ले जाने की कोशिश हो रही थी, उस राह पर जाने पर हमारी नींद एवं हमारा व्यापार एवं नौकरी दोनों प्रभावित होंगे. नींद लाने के लिए दूसरा सहारा लेना पड़ेगा. मैंने जब पूछा कि यदि सपा हारी तो....इस पर उन्होंने कहा कि यदि सपा हारी तो उसके कारण प्रो. राम गोपाल होंगे, शिवपाल होंगे, मुलायम सिंह होंगे, पर अखिलेश नहीं होंगे. मैंने जब फिर पूछा कि अखिलेश को और क्या करने की जरूरत है ? उन्होंने कहा कि जिन्हें अखिलेश ने इज्जत बख्शी है, जिनका सम्मान बढ़ाया है, उनसे उन्हें काम लेना चाहिए. उनसे कहना चाहिए कि वे जनता के बीच में रहें, उनकी सुनें, उनकी मदद करते दिखें, यदि कोई परेशान व्यक्ति दिखे, तो उसके लिए पत्र जरूर लिखें, हो सके तो सम्बंधित अधिकारी को फोन भी कर दें. बाकी तो उसकी किस्मत ! पिछले तीन दिन मैंने अपने सभी साथियों के साथ ग्रेटर नोयडा एवं नोयडा के मतदाताओं, प्रबुद्धजनों से बातें सुनी.
प्रो. (डॉ.) योगेन्द्र यादव