Begin typing your search...
आडवाणी पर लिखी किताब उनकी मर्जी के खिलाफ रिलीज, कार्यक्रम में पहुंचे स्वामी

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि 'आडवाणी के साथ 32 साल' किताब उनकी इच्छा के विरुद्ध प्रकाशित की गई है। हमारे सामने यह बात आई है कि विशंभर श्रीवास्तव द्वारा लिखित और दिल्ली के अनिल प्रकाशन द्वारा 22 जुलाई को विमोचन किया गया है। इस कार्यक्रम में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी बतौर चीफ गेस्ट मौजूद थे। आडवाणी ने किताब के विमोचन पर नाराजगी जताई है।
Book Release "Advani ke Saath 32 Saal" at Constitution Club @Swamy39 @VijayJollyBJP @NaliniKamalini pic.twitter.com/00jgUqxEWS
— Bhupinder Singh (@bsphoto23) July 22, 2016
एक रिपोर्ट के मुताबिक, आडवाणी के सेक्रेटरी दीपक चोपड़ा ने कहा, इस किताब के लिए आडवाणी जी ने रजामंदी नहीं दी और इसे उनकी इच्छा के विरुद्ध छापा गया है। जबकि एक अन्य भाजपा सांसद आर.के. सिन्हा को किताब विमोचन समारोह की अध्यक्षता के लिए आमंत्रित किया गया।
किताब के लेखक श्रीवास्तव के मुताबिक, उन्होंने इस किताब की पांडुलिपि आडवाणी को भेजी थी। उन्होंने एक तस्वीर भी दिखाई, जिसमें वे आडवाणी और अपनी किताब के साथ नजर आते हैं। लेखक का दावा है कि आडवाणी ने किसी तरह की आपत्ति दर्ज नहीं कराई।
इस किताब में बीजेपी नेता की जिंदगी से जुड़ी अहम घटनाओं को जगह दी गई है। इसमें आडवाणी की रथ यात्रा से लेकर 1992 के बाबरी विध्वंस की घटनाओं को शामिल किया गया है। किताब में हालिया विवादों का भी जिक्र है। इसके अलावा, आडवाणी के मोरारजी देसाई के मंत्रिमंडल में जगह मिलने, बीजेपी नेता द्वारा सुरक्षा ठुकराने से जुड़ी घटनाओं का भी जिक्र है।
Next Story