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आंगनबाड़ी में मुख्यमंत्री अमृत योजना का दूध पीने से, दो बच्चियों की मौत
specialcoveragenews
31 May 2016 7:30 PM IST

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छत्तीसगढ़: बीजापुर जिले केतुलनार में आंगनबाड़ी में मीठा दूध पीने से दो बच्चों की मौत हो गई। मंगलवार सुबह जब बच्चे आंगनबाड़ी पहुंचे तो उन्हें पीने के लिए दूध दिया गया। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और कुछ देर बाद दो बच्चों की मौत हो गई और कई बच्चे बीमार हो गए। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और इसके बाद वे पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने कूटरू पहुंचे।
दूध सेवन से दो बच्चों की मौत पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने रायपुर में अपने निवास कार्यालय में इमरजेंसी मीटिंग ली। अपर मुख्य सचिव एन बैजेंद्र कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल हुए। सीएम ने महिला एवं बॉल विकास मंत्री रामशिला साहू और स्कूल शिक्षा तथा आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप को ग्राम केतलनार जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा इस मामले में सभी पहलुओं की जांच होगी।
छत्तीसगढ़ सरकार ने 29 अप्रैल 2016 को लोक सुराज अभियान के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रो में अमृत योजना के तहत बच्चों को मीठा दूध देना शुरू किया है। योजना के शुरूआत में ही केतलनार के हादसे से सरकार सकते में है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने आज यहां जारी बयान में कहा रमन सरकार अमृत के नाम पर जहर परोस रही है। उन्होने कहा कि केतुलनार की घटना की एफआईआर लिखाने के लिये ग्रामीण कुटरू थाना रवाना हुये। जिला कांग्रेस अध्यक्ष विक्रम मंडावी स्वयं घटना स्थल पहुंच चुके है। अमृत के नाम पर जहर परोसने वाली रमन सरकार को भगवान भी माफ नहीं करेंगे।
कांग्रेस कुपोषण दूर करने के नाम पर बच्चों को जहर परोसने के मामले में सरकारी लापरवाही की कड़ी निंदा करती है। त्रिवेदी ने कहा कि अमृत मीठा दूध के नाम पर जहर दिया जाना रमन सरकार की आपराधिक लापरवाही और भ्रष्टाचार का जीता जागता प्रमाण है। महिला बाल विकास मंत्री रमशिला साहू को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए त्याग पत्र देना चाहिये।
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