
हादसा: ट्रेन से उतरकर पटरी पार करते समय मालगाड़ी से आठ लोग कटे

गया किउल रेल खंड पर पर रविवार की रात अँधेरे में लाइन पर कर रहे आठ लोग मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत मुंह में समा गये. घटना शेखपुरा जिले की सिरारी स्टेशन की है. मौके पर आठ लोंगों की मौत 4 घायल है जबकि दो की हालत गम्भीर है.
जमालपुर की रेल एसपी सपना मिश्रा ने 6 लोगों की मौत की पुष्टि की.अधिकतर मृतक मजदूर बताए जा रहे हैं. मौके पर आला अफसरों के अलावा शेखपुरा पुलिस के साथ ही रेल पुलिस पहुंची. घटनास्थल शेखपुरा व लखीसराय जिले का सीमावर्ती इलाका है.
मृतकों में लखीसराय के भंवरिया गांव निवासी मीना देवी, मंगल यादव, उनका भतीजा पुरुषोत्तम कुमार व भभु आशा देवी, शिशमा गांव निवासी 50 वर्षीय सरोजनी देवी, मसौढा गांव निवासी सुरेश यादव शामिल हैं। दो शवों की शिनाख्त नहीं हो सकी है. मसौढा गांव निवासी किशोरी राम की पुत्री 12 वर्षीय जूना कुमारी को इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि गया से किउल जा रही पैसेंजर ट्रेन सिरारी स्टेशन पर पहुंची थी. उसी समय तेज हवा के साथ आंधी-पानी आ गई. ट्रेन से उतरे लोग अंधेरे में पटरी होकर जाने लगे. तभी शेखपुरा से लखीसराय की ओर जा रही मालगाड़ी थ्रू लाइन पर आ गई. अंधेरे के बीच धूल भरी आंधी की धुंध में किसी को कुछ पता नहीं चला आैर देखते ही देखते कई लोग मालगाड़ी की चपेट में आ गए. रेल एसपी के मुताबिक दुर्घटना उस समय हुई, जब लोग पुल पार कर रहे थे. इसी दौरान मालगाड़ी आ गई और आंधी व अंधेरे के कारण किसी को संभलने का भी मौका नहीं मिला.
दानापुर मंडल के डीआरएम आरके झा ने बताया कि यह गलती रेलवे की नहीं, बल्कि लोगों की है. जिन लोगों के साथ दुर्घटना हुई, वे ट्रैक पर जा रहे थे, जो नियमानुसार गलत है. जबकि ट्रैक से सटे सड़क मार्ग की भी सुविधा थी. यही वजह है कि रेलवे ने मुआवजे की मांग को ठुकरा दिया है. हालांकि, घटना कैसे हुई, इसकी जांच का आदेश दिया गया है. अगर रेलवे की ओर से लापरवाही होगी, तो इसके जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी.




