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शायर इमरान ने राजद के कार्यक्रम में बताया कैसे करेंगे दिल्ली पर कब्जा!

शायर इमरान ने राजद के कार्यक्रम में बताया कैसे करेंगे दिल्ली पर कब्जा!
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अबकी बार दिल्ली पर सबको मिलकर चढ़ाई करनी है.

पटना: इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में राष्ट्रीय जनता दल के प्रशिक्षण शिविर के पहले सत्र में भाग लेते हुए शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने सांप्रदायिक व समानता विरोधी संघर्ष में संस्कृति की भूमिका विषय पर बोलते हुए कहा कि आज देश बुरे दौर से गुजर रहा है. राम मंदिर बनाने वाले लोग मंदिर बनाने में लगे हैं.


इमरान ने कहा कि सामाजिक समानता की लड़ाई लड़ने वाले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की कमी संसद में खल रही है. उन्होंने कहा कि मायूस नहीं होना है, हिम्मत रखना है. वक्त के साथ आगे बढ़ना है और समाज के इन लोगों से लड़ना है. सेकुलर ताकतों को रोकने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा. अब भाजपा ईवीएम को भी एवरी वोट फार मोदी बनाने में लगी है. यह बात यूपी के सीएम बता चुके है, इससे भी लड़ना होगा.


मशहूर नौजवान शायर ने कहा कि अबकी बार दिल्ली पर सबको मिलकर चढ़ाई करनी है. भाजपा से देश को निजात दिलाना है. हम सभी को अपनी जिम्मेवारी को समझना होगा, सांप्रदायिकता से लड़ाई लड़ने के लिए घरों की महिलाओं को भी आगे आना होगा. तभी इस लड़ाई को जीता जा सकता है. भारत हिन्दू मुस्लिम सौहार्द का देश है.


उन्होंने कहा कि यह देश न तेरा है न मेरा है, यह हिन्दुस्तान तो सबका है. किसानों के लिये भी नहीं वक्त है,भाजपा की मोदी सरकार के पास किसानों के लिए समय नहीं है. वे तो अडानी जैसे व्यवसायी को बांगलादेश में प्रोजेक्ट लगाने में मदद करने में लगी है. उन्होंने अपने शायराना अंदाज से देश की मौजूदा हालात व उससे निपटने के तौर-तरीकों से कार्यकर्ताओं को अवगत कराया.


देश में संप्रदायिक ताकतों के खिलाफ़ सबसे मुख़र होकर खड़े रहने वाले लालू प्रसाद यादव और अपने मंचों से संप्रदायिकता को जमकर लताड़ने वाले युवा शायर इमरान प्रतापगढ़ी जब मंच पर एक साथ नज़र आए तो दर्शक दीर्घा में बैठे राजद के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों का उत्साह दोगुना हो गया था. मुशायरों से हटकर इमरान यहां एक नई भूमिका में थे. उन्हें यहां एक वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था जहां उन्हें "साम्प्रदायिकता व समानता विरोधी संघर्ष में संस्कृति की भूमिका" विषय पर व्याख्यान देना था.










जब सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ़ मुखर होकर बोलने की बात हो तो इमरान से बेहतर कोई दूसरा विकल्प हो भी नहीं सकता था. इमरान ने अपनी इस नई जिम्मेदारी का न केवल बेहतर तरीके से निर्वहन किया बल्कि अपने व्याख्यान से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया. वो जब माइक पर बोल रहे थे तब लालू यादव से लेकर तेजस्वी यादव तक मंच पर उपस्थित सारे लोग एकटक इमरान को देख रहे थे. शायद वो सारे लोग अचंभित थे कि आज के इस मुश्किल दौर में भी पूरी बेबाकी के साथ संप्रदायिकता के खिलाफ़ मुख़र रहने वाले लोग पूरी निडरता और हिम्मत के साथ अपने काम को अंजाम दे रहे हैं.


कार्यक्रम के दौरान राजद सुप्रिमो लालू प्रसाद यादव का इमरान के प्रति स्नेह देख कर पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. लालू ने इमरान की इस बेबाकी से अभिभूत होकर उन्हें गले से लगा लिया था. वह इमरान के दमदार परफार्मेंस से काफी खुश नजर आ रहे थे शायद उन्हें इमरान में उनकी ही तरह का एक प्रखर वक्ता नज़र आ गया था जो पूरी हिम्मत के साथ किसी भी सूरत में सच बोलने का साहस रख़ता है. कार्यक्रम में बिहार के उप मुख्यमंत्री और राजद के यूवा नेता तेजस्वी यादव ने पूरी गर्मजोशी से इमरान की अगवानी की. इमरान जब तक कार्यक्रम में मौजूद थे वो उनके साथ ही नज़र आए.

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