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गाय बनी कपिल मिश्रा के लिए मुसीबत, जानिए क्या है पूरा मामला
Special Coverage News
14 July 2017 12:08 PM GMT
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दिल्ली के AAP सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा पिछले काफी समय से सुर्खियों में हैं।
नई दिल्लीः दिल्ली के AAP सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा पिछले काफी समय से सुर्खियों में हैं। पहले दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर लगातार वे चर्चा में बने रहे। अब गाय को लेकर वे फिर चर्चा में हैं। दरअसल उन्होंने एक ब्लॉग लिखा जिसमें उन्होंने सरकारी आवास पर गाय लाने और पालने के अपने व्यक्तिगत अनुभव को साझा किया है।
गाय - कैसे आये , कैसे जाए - सरकारी आवास से गाय लेकर जाने का व्यक्तिगत अनुभव - by Kapil Mishra pic.twitter.com/sEAKOESWr4
— Kapil Mishra (@KapilMishraAAP) July 14, 2017
सरकारी आवास में जगह थी और मन मे इच्छा और संस्कार दोनों तो घर मे दो गाय पाल ली गई। दो गाय और उनके दो बच्चे। एक बछड़ा और एक बछिया। बरसो बाद दिल्ली के मंत्री आवास में किसी ने गाय पाली थी। शायद साहब सिंह वर्मा जी के आवास में गाय जरूर होती थी। जब लगभग डेढ़ बरस पहले इन गायों को घर लाया गया तब चुटकियों में सब हो गया। गाय और उनके बच्चे कैसे आएंगे ये कोई मुद्दा ही नही था। पर आज घर खाली करते समय गायों को लेकर जाना एक विकट समस्या बन चुका है। कोई टेम्पो वाला ले जाने को तैयार नहीं। पुलिस से स्पेशल लेटर लिखवाना, पशु पालन विभाग से भी एक पत्र कहते है जरूरी होगा। सब हो जाने के बाद भी सब के सब डरे हुए।
एक भाई जो गाय की पूरी देखभाल करता था, उसकी इच्छा थी गाय को अपने घर ले जाने की। हमें भी लगा कि यही सही होगा। गाय इनसे परिचित भी है और ये देखभाल भी पूरे मन से करते हैं। पर वो भी लेकर जाने को हिम्मत नहीं कर पा रहे। पता नही, इस प्रकार के डर से गाय का भला होगा या बुरा। ये सही है या गलत। शायद गाय का गैर कानूनी व्यापार करने वाले भी डर गए होंगे तो अच्छा है पर ऐसे महौल में कोई गाय रखने या पालने की हिम्मत कैसे करेगा?
एक तरीका किसी ने सुझाया, गाय को ले जाते हुए, खूब भजन कीर्तन करते हुए, रास्ते में कोहो भी मिले उसे गौ माता का आशीर्वाद दिलवाने व बदले में चंदा लेते हुए लेकर जाया जाए तो शायद कोई डर न हो। खैर गौ माता के जाने की कोई न कोई व्यवस्था तो हो ही जाएगी, आज उनके पैर छूकर इतने दिनों में उनके मन सम्मान में कोई कमी रह गई हो तो उसकी माफी भी मांगनी बाकि है। इसी बीच में मेरी विधानसभा से कुछ लोगों के फ़ोन आए हैं, शायद आज फिर किसी परिवार की बच्ची को कोई उठा कर ले गया है। पुलिस में शिकायत करवाने जाना होगा।
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