- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
8 लाख का सामान लौटा टैक्सी ड्राइवर ने पेश की ईमानदारी की मिसाल
Kamlesh Kapar
5 May 2017 7:26 AM GMT
x
taxi driver return goods and cash worth eight lakh
नई दिल्ली : बिहार के बांका जिला का देवेन्द्र कापड़ी ने आज एक मिसाल पेश की है। दिल्ली में टैक्सी ड्राइवर का काम करने वाले देवेन्द्र ने ईमानदारी दिखाते हुए करीब आठ लाख रुपये मूल्य के सामान और कैश दिल्ली एयरपोर्ट पर पुलिस अधिकारियों को जमा कराया है।
मुसाफिर उसकी कार में एक अपना बैकपैक भूल गया था। इस बैग में सोने के कुछ गहने, एक लैपटॉप, एप्पल का एक आईफोन, एक कैमरा और करीब 70 अमेरिकी डॉलर भी थे। इन सभी की बाजार कीमत करीब आठ लाख रुपये बताई जा रही है।
बता दे, की दिल्ली के डोमेस्टिक एयरपोर्ट से यात्री को लेकर देवेन्द्र ने पहाड़गंज इलाके में किसी होटल के पास छोड़ा। उसके बाद देवेन्द्र कनॉट प्लेस चला गया। वहां उसने अपनी गाड़ी की सफाई करनी शुरू कर दी। जब उसकी नजर पिछली सीट पर गई तो देखा कि उसके पीछे एक बैकपैक रखा हुआ है।
जब उसने खोलकर देखा तो पाया कि उसमें कैश के अलावा गहने, आईपैड, कैमरा और लैपटॉप है। इसके बाद देवेन्द्र कन्फ्यूज हो गया कि वो क्या करे क्योंकि उसे पता नहीं था कि जिस यात्री को उसने पहाड़गंज में उतारा है वो किस होटल में ठहरा है।
इसके बाद उसने तय किया कि वो इन सामानों को सीधे पुलिस के हवाले कर देगा ताकि वो उसके मालिक को मिल जाय। इसलिए वो दिल्ली डोमेस्टिक एयरपोर्ट के रिसेप्शन पर जा पहुंचा और उसने आपबीती बता दी।
पुलिस ने बैग से मिले शादी कार्ड पर लिखे एड्रेस व कॉन्टैक्ट नंबर पर फोन किया। वह नंबर वानी के भाई था। उनकी सूचना पर वानी अपना सामान लेने थाने पहुंचे। उन्होंने थाने पहुंचकर देवेंद्र की काफी तारीफ की।
वहीं डीसीपी संजय भाटिया ने भी कहा कि देवेंद्र ने ईमानदारी की मिसाल कायम की है। डीसीपी ने देवेंद्र को प्रोत्साहन के तौर पर 5000 का इनाम देने का प्रस्ताव पुलिस अफसरों को भेजा, जिसे मंजूर भी कर लिया गया।
Next Story