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Archived
बेसहारा मासूम बिलख रहे हैं अस्पताल के बाहर, मां जूझ रही है जिंदगी और मौत से?
Alok Mishra
31 March 2017 8:19 AM GMT
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गाज़ियाबाद : गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र में एक बेहद ही दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। झोपड़ पट्टी में रहने वाली महिला करीब एक हफ्ते से बीमार चल रही थी। जिसके चलते वहां के स्थानीय दुकानदारों ने चंदा इकठ्ठा किया और उसे अस्पताल में भर्ती करवाया और इलाज कराने लगे। महिला के पांच छोटे छोटे बच्चे हैं और महिला का पति भी आज से तीन महीने पहले बीमारी में ही चल बसा।
महिला का इलाज कराने जब कोई नही आया तो वहां के स्थानीय दुकानदारो ने आपस में चन्दा करके इलाज करवाना शुरू किया और उसे इंदिरापुरम के अवंतिका हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। अब तक दुकानदारों ने लगभग एक लाख रुपया इकठ्ठा करके दवा करवाई। आज जब उसकी हालात देखने पहुंचे तो देखा कि हालत में कोई सुधार नही है। डॉक्टर भी कुछ नही बोल रहे थे। इस दौरान काफी लोग जब इकठ्ठे होने लगे और 'स्पेशल कवरेज न्यूज' की टीम भी पहुंच गयी। जिसके बाद 'स्पेशल कवरेज न्यूज़' के टीम ने हॉस्पिटल के स्टाफ से बातचीत की जिसके बाद अवंतिका हॉस्पिटल के मैनेजमेंट ने कहा कि हम इस महिला का फ्री इलाज करेगे। हालांकि महिला की स्थिति को देखकर कुछ भी नही कहा जा सकता है।
अब पांच बेसहारा मासूमों का क्या होगा?
वहीं, डॉक्टर भी महिला की हालत देखकर कुछ भी नही बोल रहे है। महिला अभी वेंटिलेटर पर है। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि अभी कुछ नही कह सकते हम इलाज कर रहे हैं। अब सवाल ये उठता है कि उन पांच मासूमों का क्या होगा ? बाप का साया तो पहले ही उठ चुका है और माँ भी जिंदगी और मौत से जूझ रही है। हफ्ते भर से उन मासूमों को वहीं के झोपड़ पट्टी वाले लोग खाना खिला रहे हैं। बच्चे वही हॉस्पिटल के सामने पड़े है। क्या प्रशासन इन बच्चों की मदद के लिए आगे आएगा ?
रिपोर्ट :रामअवध भगत
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