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हैदराबाद IS के संदिग्धों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत, ओवैसी देंगे कानूनी मदद

हैदराबाद: एमएआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि उनकी पार्टी चार दिन पहले हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए पांच संदिग्ध आतंकियों को कानूनी मदद देगी। ओवैसी ने ये भी कहा है कि वो इस मामले में एक सीनियर वकील से मशविरा कर रहे हैं।
गिरफ्तार किए गए आईएस संदिग्धों को 14 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वहीं एनआईए ने याचिका दायर करके उनकी हिरासत की मांग की है।
वही प्रारंभिक जांच के दौरान पाया गया कि गिरोह आतंकी कृत्यों को अंजाम देने के लिए आईईडी तैयार कर रहा था और इसके लिए गिरोह को एक ऑनलाइन हैंडलर से दिशानिर्देश दिए जा रहे थे। ऐसा संदेह है कि हैंडलर इराक या सीरिया में था।
यहां की मक्का मस्जिद में ओवैसी ने शुक्रवार को कहा- जो लोग गिरफ्तार किए गए हैं, उनके फैमिली मेंबर्स मेरे पास आए थे। मैंने उनसे वादा किया है कि मेरी पार्टी उन लोगों को कानूनी तौैर पर मदद जरूर करेगी। उन्होंने इस बारे में नामपल्ली के सीनियर क्रिमिनल लॉयर अब्दुल अजीम से सलाह ली है।
ओवैसी ने साफ किया कि वो आतंकवाद का समर्थन नहीं करते लेकिन केंद्र इस मामले में दोहरा रवैया अपनाता है। उन्होंने कहा कि मक्का मस्जिद ब्लास्ट केस और अजमेर ब्लास्ट केस को लेकर केंद्र सरकार का स्टैंड सॉफ्ट है।
उन्होंने कहा कि आईएस कातिलों और रेपिस्टों का संगठन है और उसका इस्लाम से कोई लेनादेना नहीं है। मैं, अल्लाह से दुआ मांगता हूं कि ये आतंकी संगठन खत्म हो जाए। उन्होंने ये भी कहा कि मुस्लिम हमेशा से इस देश के लिए वफादार रहे हैं।
वही ओवैसी ने नरेंद्र मोदी को चैलेंज दिया कि वो हरियाणा के उन मुस्लिमों के बारे में भी बोलें जिन्हें गाय चोरी के आरोप में गोबर खिलाया गया। उन्होंने ऐसा करने वालों को कायर और जोकर करार दिया।
सांसद ने कहा कि वहां तो बीजेपी की सरकार है, क्या मोदी इसकी निंदा नहीं करेंगे। आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा?
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