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मंदिर में बीफ रख, रमजान में दंगा भड़काना चाहता था isis

हैदराबाद: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को हैदराबाद में आतंकी संगठन ISIS से संबंध रखने वाले 5 युवाओं को गिरफ्तार किया गया, जबकि 6 अन्य को हिरासत में रखकर पूछताछ भी की जा रही है। जांच एजेंसी का कहना है कि आईएस रमजान के पाक महीने में दंगा भड़काने की साजिश रच रहा था। यही नहीं, इसके लिए चारमीनार के पास मंदिर में गोमांस रखने की भी योजना थी।
एनआईए की छापेमारी में गिरफ्तार युवाओं के पास से शक्तिशाली बम और करीब 15 लाख रुपये कैश भी मिले हैं। जांच एजेंसी ने खुलासा किया है कि आतंकी संगठन की योजना हैदराबाद शहर को धमाकों से दहलाने की थी।
वो शहर के वीवीआईपी और भीड़भाड़ वाले इलाकों को निशाना बनाना चाहते थे। लेकिन, उनका मुख्य मकसद शहर में सद्भाव बिगाड़ने और दंगा भड़काने की थी। इसके लिए वो चारमीनार के पास स्थित भाग्यलक्ष्मी मंदिर में गोमांस और भैंस का मीट रखने वाले थे।
एजेंसी के मुताबिक गिरफ्तार युवा आईएस के हैंडलर शफी अरमर के साथ नियमित रूप से संपर्क में थे। इन युवकों पर पिछले 4-5 महीनों से एनआईए नजर बनाए हुए था।
एनआईए ने 25 जून को टेलिफोन पर हुई बातचीत के दौरान एक संदिग्ध ने दूसरे व्यक्ति से फोन पर उस दिन गाय और भैंस के मांस के चार-चार टुकड़े, और अगले दिन गोमांस के सात टुकड़े लाने को कहा। सूत्र ने बताया कि हमला अगले कुछ दिनों में हो सकता था और फंड दुबई के रास्ते निकल चुका था।
एनआईए ISIS के हैदराबाद मॉड्यूल के भंडाफोड़ को बड़ी सफलता मान रही है, क्योंकि यह भारत में आईएस से प्रेरित पहला बड़ा आधुनिक हथियारबंद गुट है। हालांकि इससे पहले रूड़की में मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ था, लेकिन उसके पास मिले हथियार इतने चिंताजनक नहीं थे।
हमारा अनुमान है कि आईएस से प्रेरित ये युवा, जो सीरिया में बैठे हैंडलर आमिर से संपर्क में थे, वीवीआईपी और मॉल्स, शॉपिंग सेंटर्स, चारमीनार के आसपास के इलाकों को निशाना बनाना चाहते थे। इसके साथ ही करीब के मंदिरों में गोमांस प्लांट करना चाहते थे। इसमें भाग्यलक्ष्मी मंदिर भी एक संभावित निशाना हो सकता था। एनआईए सूत्र ने आशंका जताई है कि आमिर ही शफी अरमर उर्फ यूसुफ अल हिन्दी है।
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