बीजेपी सरकार में कीचड़ और दलदल में फंसकर 500 गायों की मौत

हिंगोनिया गोशाला में दो सप्ताह में 500 गायों की मौत की खबर पर कोर्ट की नाराजगी के बाद सरकार ने सफाई दी है। सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि राज्य सरकार की ओर से हिंगोनिया गो पुनर्वास केन्द्र में गोवंश के संरक्षण और संवद्र्धन के लिए सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित की जा रही हैं। गोशाला में जिन गायों की मृत्यु हुई हैं, वे पहले से ही बीमार एवं कुपोषित थीं और इन्हें कुछ समय पहले ही गोशाला में लाया गया था।
पशु पालन विभाग के शासन सचिव कुंजीलाल मीणा ने बताया कि हिंगोनिया गोशाला में 8 हजार से अधिक गोवंश है, जिनकी देखरेख के लिए 14 विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगी हुई है। साथ ही 24 पशुधन सहायक भी कार्यरत हैं। यहां गायों की देखभाल, इलाज, चारे और पानी की व्यवस्था में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है।
मीणा ने बताया कि गोवंश के स्वास्थ्य पर निगरानी के लिए गोशाला परिसर में 15 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही, लगभग 200 कर्मचारियों को पशुओं को चारा डालने, देखरेख करने और बीमार पशुओं के इलाज में मदद के लिए नियुक्त किया गया है। बीमार गोवंश को अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए लिफ्ट-युक्त वाहन उपलब्ध हैं।
उन्होंने बताया कि इस केन्द्र में शेड निर्माण और पशु गृह विकास के लिए वर्ष 2014-15 में 7 करोड़ 59 लाख एवं वर्ष 2015-16 में 2 करोड़ 16 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। बीमार पशुओं के पैरों को चोटिल होने से बचाने के लिए बाड़ों को कच्चा रखा गया है तथा सभी बाड़ों में डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जा रही है।