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यहाँ देशी कट्टे की नोक पर सीनियर्स लड़की करती हैं गुंडागर्दी, फाड़ती हैं जूनियर के कपड़े

यहाँ देशी कट्टे की नोक पर सीनियर्स लड़की करती हैं गुंडागर्दी, फाड़ती हैं जूनियर के कपड़े
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मध्यप्रदेश : भोपाल प्रोफेसर्स कॉलोनी स्थित कमला नेहरू गर्ल्स हॉस्टल। यहां दो साल से दो लड़कियों ने सबकी नाक में दम कर रखा है। कई बार शिकायतों के बावजूद जब कुछ नहीं हुआ तो हॉस्टल की लड़कियों ने वुमन कमीशन में गुहार लगाई।

सोमवार को कमीशन की प्रेसिडेंट लता वानखेड़े यहां पहुंचीं। दहशत के बीच लड़कियों ने बताया कि दोनों सीनियर बाकी लड़कियों से बदसलूकी करती हैं। दबंगई ऐसी कि खुलेआम कट्टा लेकर घूमती है लड़कियां। यही नहीं, हॉस्टल में देर रात लड़के भी आते हैं, जिन्हें भाई बताया जाता है।

हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों ने बताया कि यहां दो सीनियर लड़कियों का दबदबा है। वे अपने पास कट्टा भी रखती हैं। जूनियर को उनका खाना बनाना पड़ता है। साफ-सफाई करवाती हैं। मना करें तो मारपीट की जाती है।

गर्ल्स हॉस्टल में रह रही स्टूडेंट सृष्टि उइके ने वुमन कमीशन की प्रेसिडेंट लता वानखेड़े को आपबीती सुनाई। सृष्टि कहती हैं कि 2011 में पॉलिटेक्निक की पढ़ाई के लिए भोपाल आई थी। कलेक्टर निशांत वरवड़े की परमिशन से गर्ल्स हॉस्टल में रह रही हूं।

दोनों की 100 से ज्यादा बार वार्डन, आदमजाति कल्याण विभाग, श्यामला हिल्स थाने में शिकायत हो चुकी हैं। कोई एक्शन नहीं लिया गया। तीन महीने पहले मुझसे खाना नहीं बनाने की बात पर मारपीट शुरू कर दी। लातों से मारा। सब देखते रहे। वार्डन से गुहार लगाई। लेकिन किसी ने मेरा साथ नहीं दिया।

सबके सामने मेरे कपड़े फाड़े गए। मैं चीखती रही। आए दिन दोनों मर्डर कराने की धमकी देती हैं। वार्डन दोनों के साथ हैं। इसलिए यह बातें हाॅस्टल के बाहर नहीं जाती हैं। अब मेरी सुरक्षा की जिम्मेदारी आपके हाथ में है।


इस मामले में मंगलवार को पुलिस ने तीन आरोपी लड़कियों सीमा शाक्य, प्रीति शाक्य अौर रजनीश पेंद्रों को अरेस्ट कर लिया। श्यामला हिल्स पुलिस ने हॉस्टल की एक छात्रा की शिकायत पर करीब ढाई बजे मामला दर्ज किया।

इससे पहले असिस्टेंट कमिश्नर ट्राइबल ने हॉस्टल का निरीक्षण कर एक आरोपी छात्रा के बयान दर्ज किए। मारपीट की शिकार लड़कियों का मेडिकल कराया गया। उनके शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। अब हॉस्टल में लड़कियों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे पुलिस फ़ोर्स लगाया गया है।

इस बीच आरोपी सीमा ने कहा, "सुभाष एक्सीलेंस से 12वीं में बायोटेक व मैथ में पढ़ाई की। इसके बाद बीएसी इंडस्ट्रीयल माइक्रोबायलॉजी में यूजी किया। मेरे पहनावे को देखकर पापा मुझे डॉन कहते थे। 6 साल पहले मेरी मां का देहातं हो गया। 8 साल से हॉस्टल में रह रही हूं।

कट्टा रखना व मारपीट की बातें झूठी हैं। हॉस्टल की लड़कियां नहीं चाहती कि मैं अौर मेरी बहन यहां पर रहें। कुछ महीने पहले मेरे खिलाफ सृष्टि ने श्यामला हिल्स थाने में शराब पीने की शिकायत की थी। तलाशी लेने पर कुछ नहीं मिला। इस साल पीएससी-प्री का एग्जाम दिया है।
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