कहाँ गया शक्तिमान , जनता परेशान, सीएम हैरान

देहरादून के रिस्पना चौक पर लगाई गई शक्तिमान की प्रतिमा रातोंरात हटा ली गई. रिस्पना चौक पर तीन दिन पहले लगाई गई घोडा शक्तिमान की प्रतिमा रातोंरात अचानक हटा लेने से जनता परेशान हो गई कि आखिर मुख्यमंत्री ने ऐसा निर्णय क्यों लिया.
सूत्रों से मिले संकेत के अनुसार सोशल मीडिया पर शक्तिमान की मूर्ति लगाने को लेकर लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि 2013 की केदारनाथ आपदा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए आज तक मूर्ति नही लगवाई गई है. जबकि राजनीतिक फायदे के लिए सीएम हरीश रावत ने शक्तिमान घोड़े की प्रतिमा लगाने में देर नहीं की. फेसबुक और ट्वीटर पर लोगों ने काफी तिखी प्रतिक्रिया दी थी.
मूर्ति को हटाने के संकेत सोमवार को उसी समय मिल गए थो जब सीएम ने पुलिस लाइन में शक्तिमान पार्क का उद्घाटन करने से मना कर दिया था. रावत ने कहा था कि आने वाली सरकार ही अब इस पार्क का उद्घाटन करेगी. बहीं,मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने भी सीएम की यह कहकर आलोचना की थी कि सीएम हरीश रावत शक्तिमान को लेकर राजनीति कर रहे हैँ. कुल मिलाकर 14 मार्च को शक्तिमान की टांग टूटने से शुरू हुआ विवाद अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है.
इससे पहले हरीश रावत सरकार ने देहरादून विधानसभा के पास स्थित रिस्पना चौक का नाम घोड़े शक्तिमान को समपित करते हुए शक्तिमान चौक कर दिया था. इसी चौक पर शक्तिमान की प्रतिमा लगाई गई थी. लेकिन रातोंरात हटाना जनता के गले नहीं उतर रहा है.