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To pray that your loved one does not die in Coimbatore
कोयंबटूर: इंसानियत इस दुनिया से खत्म हो चुकी है इसका एक उदाहरण मिला है कोयंबटूर में। कोयबंटूर में इंसानियत उस वक्त शर्मसार हो गई जब मुर्दाघर से शव निकालने के लिए रिश्वत मांगी गई। एक परिवार ने अस्पताल पर आरोप लगाया है कि उनकी बेटी के शव को अस्पताल से निकालने के लिए 3 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई। इतना ही नहीं परिवार ने अस्पताल पर ये भी आरोप लगाया है कि पैसे देने के बाद भी उनको ऐसी एंबुलेंस मुहैया कराई गई जिसमें शव को रखने के लिए फ्रीजर भी नहीं था।
दरअसल 17 साल की भाग्यश्री को सही उपचार न मिलने की वजह से उसकी मौत हो गई। भाग्यश्री वजन कम करने के लिए सालेम के हर्बल केयर ट्रीटमेंट सेंटर से दवाइयां ले रही थी। दवाइयां खाने के बाद वो बेसुध हो गई और उसकी मौत हो गई। इसके बाद सेंटर ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए कोयबंटूर के एक अस्पताल में भेज दिया। भाग्यश्री की मौत के बाद हर्बल ट्रीटमेंट सेंटर ने उसके परिवार को बताना भी मुनासिब नहीं समझा कि उनकी बेटी की मौत हो गई।
जब परिवार को पता चला कि उनकी बेटी का शव कोयंबटूर के अस्पताल में है तो वो वहां पहुंचे और शव देने के लिए कहा लेकिन अस्पताल प्रशासन इतना बेगैरत निकला कि उसने शव देने के लिए 3 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। जैसे तैसे करके परिवार ने भाग्यश्री का शव लिया और अपने घर आकर उसका दाह संस्कार किया।
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