Archived

छेड़खानी का दर्द बताते मंत्री के आगे रो पड़ीं दो बहनें, बोली सरकार का यही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान?

Special Coverage news
17 Jun 2016 8:00 AM GMT
छेड़खानी का दर्द बताते मंत्री के आगे रो पड़ीं दो बहनें, बोली सरकार का यही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान?
x
पलवल: पंचायत भवन में जन शिकायत कमेटी की मीटिंग में राज्यमंत्री कर्णदेव कंबोज को अपनी आपबीती सुनाने के दौरान 2 बहनें फूट-फूट कर रोईं। बहनों का कहना है कि कॉलेज जाते वक्त उन्हें छेड़खानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा- मंत्री जी, क्या आपकी सरकार का यही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान है?
आरोप है कि छेड़खानी करने वाला लोकल बीजेपी लीडर का बेटा ही है। हमने महिला पुलिस थाने में 9 जून को शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहींं हो रही है। आरोपी खुलेआम घूम रहा है। हम जनौली डाइट सेंटर की स्टूडेंट हैं। गांव खांबी से पढ़ने के लिए रोज बस से जाना होता है। गांव दीघोट का लोकेश छेड़खानी-अश्लील हरकतें करता है।
उन्होंने कहा कि एक हफ्ते से पुलिस थाने का चक्कर काट रही हैं। कार्रवाई के बजाय पुलिस उन पर राजीनामा कराने का प्रेशर बना रही है। अपनी व्यथा सुनाते-सुनाते दोनों रो पड़ीं। मंत्री को भी मौके पर कोई जवाब नहीं सूझा।

फिलहाल, डिप्टी कलेक्टर अशोक कुमार शर्मा ने डी.एस.पी. हेडक्वार्टर मनीष सहगल को कार्रवाई के ऑर्डर दिए हैं। वहीं, दूसरी ओर महिला पुलिस थाना प्रभारी सारिका का कहना है कि शुरुआती जांच चल रही थी, इसलिए मामला दर्ज नहीं किया गया था।
Next Story