

स्वच्छ भारत मिशन को यूपी में सफलतापूर्वक पाने मुकाम तक पहुँचाने वाले प्रदेश के तीन जिलाधिकारियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद में सम्मानित किया. सीएम योगी ने इलाहाबाद में गंगा ग्राम सम्मेलन में स्वच्छ भारत मिशन के तहत बिजनौर में शौच मुक्त अभियान को शानदार तरीके से चलाने वाली तेज तर्रार मौजूदा जिलाधिकारी बी चन्द्रकला को सम्मान करते हुए 50 हजार का नकद पुरुस्कार भी प्रदान किया. कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री उमा भारती, नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय सचिव परमेश्वरन अय्यर भी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिर्ज़ापुर की तत्कालीन डीएम कंचन वर्मा को भी स्वच्छ भारत मिशन के तहत अच्छा काम करने पर सम्मानित किया गया. कंचन वर्मा को प्रधानमंत्री पुरस्कार भी मिल चुका है. कंचन वर्मा आजकल गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष के पद पर हैं।
शामली के तत्कालीन डीएम सुजीत कुमार को भी सीएम ने सम्मानित किया. सुजीत ने शामली में डीएम रहते शानदार काम किया और जिले के खुले में शौच से मुक्त पहला जनपद बनाया.
परिश्रम से चलाया खुले में शौच से मुक्त का अभियान
बिजनौर में जिलाधिकार रहते हुए चन्द्रकला ने अथक परिश्रम के जरिये जनपद को खुले में शौच से मुक्त का अभियान चलाया, ये अभियान जनपद भर में आंदोलन में बदल गया और जनपद वासियों ने खुले मन से इस अभियान में शिरकत की. सबेरे 4 बजे से लेकर देर रात तक चन्द्रकला ये अभियान चलाती थी. उनके काम और परिश्रम की बड़ी सराहना रही. बाद में मेरठ में बतौर जिलाधिकारी भी चन्द्रकला ने खुले में शौच से मुक्त का अभियान सफलता पूर्वक चलाया. सम्प्रति चन्द्रकला पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत है. चन्द्रकला सोशल मीडिया में बहुत पॉपुलर अफसर के तौर पर मानी जाती हैं. फेसबुक पर उनके 80 लाख से भी ज्यादा फालोवर हैं जो तमाम मुख्यमंत्री और मंत्रियों से बहुत ज्यादा हैं, ट्विटर पर भी उनके चन्द्रकला ने अपने काम के जरिये नौकरशाही में कार्य की पारदर्शिता की नयी मिसाल कायम की है.




