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300 लोंगों का हो रहा था धर्म परिवर्तन, फिर क्या हुआ जब पहुंची विश्व हिन्दू परिषद की टीम

300 लोंगों का हो रहा था धर्म परिवर्तन, फिर क्या हुआ जब पहुंची विश्व हिन्दू परिषद की टीम
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फ़ाइल फोटो
सिर्फ अपना नाम बदल लेने से, सिर्फ अपना आराध्य देव बदल लेने से कोई कुछ भी करे वो पाप और बीमारी से कैसे बच सकता है. ये थ्योरी फिलहाल समझ के बाहर की बात है. पर ऐसा कर के भोले भले ग्रामीणों को धर्म त्यागने पर मजबूर किया जा रहा है. वो भी बिना किसी डर के व् बिना किसी दबाव में उस शासक योगी आदित्यनाथ के शासित राज्य में जिसे भारत में हिंदुत्व का सबसे बड़ा चेहरा माना जाता है..


मामला है उत्तर प्रदेश के मऊ जिले का जहाँ दक्षिण टोला थाने के गाँव सलेम पुर में अचानक ही सूचना मिली कि ईसाई मिशनरी से जुड़े कुछ लोग लगभग लगभग 300 लोगों को विभिन्न प्रलोभन आदि दे कर धर्म त्याग कर अपना मत अपनाने के लिए पहुंचे हैं . विश्व हिन्दू परिषद् के लिए ये खबर बहुत अप्रत्याशित थी और वो सीधे वहां पहुंच गए जहाँ ये कृत्य करवाया जा रहा था . मौके पर भीड़ लगी मिली और धर्मांतरण के प्रमाण भी थे. वहां लोगों को बताया जा रहा था कि ईसा मसीह की शरण में आने से सारे दुःख दूर होते हैं और हर बीमारी खत्म हो जाती है और भी उसके अलावा बहुत कुछ समझाया जा रहा था .

विश्व हिन्दू परिषद् के वहां पहुंचने की सूचना पुलिस को मिली तो हड़कंप मच गया. तत्काल किसी अनहोनी की घटना को रोकने के लिए मौके पर पुलिस बल पंहुचा और धर्मांतरण करा रहे 6 मिशनरी प्रतिनिधियों को गिरफ्तार कर के थाने ले आये जहाँ उन से गहन पूछताछ चल रही है. विश्व हिन्दू परिषद् आक्रोशित हो उठी थी जिसके बाद पुलिस ने उनसे तहरीर देने की बात कहीं . तत्पश्चात विश्व हिन्दू परिषद् के शैलेन्द्र सिंह की दी गयी तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर के कार्यवाही शुरू कर दी गयी है .


मामले की गंभीरता बढ़ते देख कर जिलाधिकारी ने भी विषय का संज्ञान लिया और अधीनस्थ SDM को तत्काल कार्यवाही के निर्देश जारी किये . SDM ने पूरे प्रकरण की बारीकी देखना शुरू कर दिया है और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने का आश्वाशन दिया है . धर्म त्यागने के लिए उन्हें भी लाइन में बैठाया गया था जिनकी उम्र अभी इतनी कम है है कि वो अपना नाम भी ठीक से बता नहीं पा रहे थे .

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