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27 वर्षो से सत्ता सुख से वंचित कांग्रेस की व्याकुलता कैसे रुके!

27 वर्षो से सत्ता सुख से वंचित कांग्रेस की व्याकुलता कैसे रुके!
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समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी की नीतियों और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की लोकप्रियता से मर्माहत विपक्षी दलों का अब एक ही काम रह गया है उत्तर प्रदेश में गैर जरुरी मुद्दे उछालकर सरकार को बदनाम करना और साजिशें करके यहाँ कानून व्यवस्था बिगाड़ना ताकि जो विकास कार्य हुए हैं और हो रहे हैं उनसे जनता का ध्यान हटाकर गुमराह किया जाए। जिन दलों ने अपने कार्यकाल में जनहित की उपेक्षा की वे अब समाजवादी सरकार की कमियाँ निकालने में लग गए हैं लेकिन उनकी यह कसरत सफल नही होने वाली है।

27 वर्षो से सत्ता सुख से वंचित कांग्रेस की व्याकुलता थम नही रही है। अपनी बेहाली का प्रदर्शन तो वह सार्वजनिक रुप से पहले दिन ही कर चुकी है अब दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कांग्रेस जनों को 'करो या मरो' का अजीब नारा दे दिया है। पिछले कई दशकों में तो कांग्रेस जनांे ने कुछ किया नही और अब भी उनके लिए करने को कुछ बचा नही है। हारे थके लोग कैसा नेतृत्व करेंगे ? इसलिए इस नारे का हश्र क्या होगा, इसकी कल्पना ही की जा सकती है।
भाजपा की स्थिति तो और भी गंभीर है। प्रदेशीय नेतृत्व पर इसके हाईकमान को विश्वास नही। इसलिए अब तक एक भी चेहरा संभावित मुख्यमंत्री पद के लिए वे जनता के सामने पेश नही कर पाए। अपने अंतर्कलह से जूझ रही भाजपा अब अपने प्रदेश अध्यक्ष के समानान्तर एक बाहरी नेता को लाकर उनका स्वागत समारोह करने को विवश है। भाजपा ने भी कांग्रेस की तरह कभी जनता पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ संघर्ष नही किया। विरोध का नाटक करके वे लोगो को भ्रमित नही कर सकते।
उत्तर प्रदेश की जनता बसपा राज के उन पाँच वर्षो को कभी भूल नही पाएगी जब बसपा मुख्यमंत्री के घर के दरवाजे ही नही, उनके घर तक जाने वाली सड़को पर भी चलने की मनाही थी। बसपा प्रमुख की सवारी निकलने पर जनता और सिपाहियों तक को मुँह पीछे कर लेने की बाध्यता थी। तानाशाही के उन दिनों में सिर्फ लूट की छूट थी। भ्रष्टाचार का बोलबाला था। इससे त्रस्त जनता ने बसपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब दल के अंदर भी बसपा प्रमुख के खिलाफ बगावत हो रही है। चुनाव में टिकट नीलामी के राज का पूरी तरह पर्दाफाश हो चुका है।
समाजवादी पार्टी ने अपने पूरे कार्यकाल में विकास के एजेंडा पर ही काम किया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनहित की तमाम योजनाओं से समाज के सभी वर्गो को लाभ पहुँचाया है। बुन्देलखण्ड के पीड़ित लोगो को खाद्य पैकेट, पेयजल की सप्लाई सुनिश्चित की। बाढ़ पीड़ितों को भी तत्काल राहत पहुँचाई है। उनके कार्याे की प्रशंसा प्रदेश के बाहर भी हो रही है। विपक्षी दल अनर्गल बयानबाजी करके अपनी हताशा भले जता लें लेकिन सच तो यह है कि विधानसभा के अंदर सभी दलों के नेताओं द्वारा अखिलेश यादव के संवेदनशील और षिश्ट व्यवहार की प्रशंसा किये जाने के रिकार्ड मौजूद है।
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