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सपा की हार पर मुलायम ने दिया बड़ा बयान
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार से आहत हैं. उनका कहना है कि सरकार में रहते हुए घमंड, चापलूसी और झूठी तारीफ चुनाव में हार की वजह बनी. चुनाव में अच्छे लोगों को टिकट नहीं दिया गया और न ही अच्छे लोगों का समर्थन लिया गया.
ऐसे ऐसे स्टार प्रचारक बनाये गये जिन्हें पार्टी आफिस के लोग भी नहीं पहचानते थे. अच्छे लोगों से किनारा करवा दिया गया. अखिलेश को कुछ लोग अपनी चिकनी चुपड़ी बातो में बहकाते रहे ये हार उसी का परिनामा है. अशोक बाजपेई जैसे शालीन नेता को कोई तवज्जो नहीं दी गई. जिनकी इमानदारी के कायल विरोधी भी है. दीपक मिश्र को ही ले लिजिये देश विदेश में समाजवाद का परचम लहरा रहे है. लेकिन अखिलेश ने उनको भी किनारे कर दिया था. भगवती शरण सिंह है ,ऐसे तमाम नेताओ को पीछे कर नए चाटुकारों की फ़ौज लेकर लादे घूम रहे थे. तो हारना तो था ही लेकिन इतनी बुरी पराजय होगी यह उनको मालूम नहीं था. .
विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव चुनावी हार से आहत हैं. बुधवार को मीडिया से बात करते हुए मुलायम सिंह ने कहा, 'कि सरकार में रहते हुए घमंड, चापलूसी और झूठी तारीफ चुनाव में हार की वजह बनी.' चुनाव में अच्छे लोगों को टिकट नहीं दिया गया और न ही अच्छे लोगों का समर्थन लिया गया. मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश यादव ने कई अच्छे काम किए लेकिन उनका प्रचार नहीं कर पाए.
वह जनता और कार्यकर्ताओं के बीच जाने के बजाय लखनऊ में ही शिलापटों के अनावरण में लगे रहे। रामगोपाल यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि तथाकथित नेता की मनमानी की वजह से अच्छे उम्मीदवार नहीं उतारे और अच्छे लोगों का समर्थन भी नहीं लिया. घमंड हो गया कि चुनाव जीत ही जाएंगे. एक नेता ने तो यहां तक कह दिया कि जहां से अखिलेश निकल जाएंगे, वहां किसी दूसरे दल को वोट नहीं मिलेगा.
मुलायम सिंह ने बुधवार को अपने विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास पर एक दैनिक समाचार पत्र ' से खास बातचीत में कहा कि चुनाव में हार-जीत लगी रहती है, सवाल चुनाव हारने का नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने बड़ी मेहनत से पार्टी खड़ी की है, चुप नहीं बैठेंगे. रामगोपाल यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा, तथाकथित नेता की मनमानी की वजह से अच्छे उम्मीदवार नहीं उतारे और अच्छे लोगों का समर्थन भी नहीं लिया। घमंड हो गया कि चुनाव जीत ही जाएंगे। एक नेता ने तो यहां तक कह दिया कि जहां से अखिलेश निकल जाएंगे, वहां किसी दूसरे दल को वोट नहीं मिलेगा.
शिव कुमार मिश्र
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