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योगी राज में मुस्लिमों पर जुल्म जारी, मुस्लिम परिवार पर ट्रेन मं भीड़ का हमला

योगी राज में मुस्लिमों पर जुल्म जारी, मुस्लिम परिवार पर ट्रेन मं भीड़ का हमला
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मैनपुरी: जुनैद की मौत का मामला अभी थमा नहीं था कि एक और हिंसक मामला सामने आ गया. अब उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में एक पैसेंजर ट्रेन में फिर मुस्लिम परिवार से शर्मनाक हरकत हुई है. शिकोहाबाद-कासगंज पैसेंजर ट्रेन में सफर कर रहे 10 सदस्यों वाले एक अल्पसंख्यक परिवार को भीड़ ने निशाना बनाया और जमकर पीटा. महिलाओं और बुजुर्गों के साथ ही एक दिव्यांग शख्स भी परिवार के साथ सफर कर रहा था. इन सभी पर भीड़ ने बुधवार शाम को हमला कर दिया.

क्या था मामला

फर्रुखाबाद के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज करवा रहे परिवार के एक सदस्य ने कहा कि हम पर इसलिए हमला हुआ क्योंकि हमारे कपड़े और पहचान उनसे अलग नजर आ रही थी. पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है. 50 साल के पीड़ित मोहम्मद शाकिर ने बताया, 'भोगांव के पास हम ट्रेन में चढ़े. ट्रेन ने सिर्फ 4 किमी. तक की ही दूरी तय की होगी जब एक शख्स ने मेरे बेटे दिव्यांग बेटे फैजान का फोन छीन लिया.' शाकिर ने बताया, 'फोन छीनने का फैजान ने विरोध किया तो उन लोगों ने मारपीट शुरू कर दी. परिवार की महिलाओं और फैजान को गालियां देने लगे.' 10 लोगों में से 4 को फ्रैक्चर हुआ है वहीं लगभग सभी सदस्यों को सिर और पेट में चोट लगी है. शाकिर कहते हैं, 'नीबकरोरी स्टेशन पर जब ट्रेन रुकने वाली थी उससे कुछ पहले इन लोगों ने चेन खींच दी. इसके बाद कुछ और लड़के रॉड लेकर घुस गए और एक साथ हम पर हमला कर दिया.'


हमलावर चिल्ला रहे थे. मुल्ले हैं. मारों इन्हें. और जब वो भागे तो महिला के गले से चैन भी खींच ले गए. कुछ यात्रियों ने हमें बचाने की कोशिश की. लेकिन उन्होंने उनपर भी हमला किया तो वो पीछे हट गए.'

पीड़ित परिवार का कहना है कि भीड़ को आते देखकर हमने ट्रेन कंपार्टमेंट के गेट को लॉक करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ कंपार्टमेंट में घुसने में सफल हो गए. पीड़ित परिवार के एक सदस्य ने बताया, 'हमारे साथ उन्होंने तब तक मारपीट की जब तक बेहोश नहीं हो गए.' घटना का ​वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. आखिरकार पीड़ित किसी तरह आपातकालीन खिड़की खोलकर भागने में सफल रहे. इस तरह शरेआम हो रही घटनाओं से देश में अराजकता का माहौल बनता जा रहा है.


मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी का कहना है, 'ऐसा लग रहा है कि पीड़ित महिलाओं को प्रताड़ित किया गया है. उनके शरीर पर चोट के निशान हैं और साथ ही कपड़े भी फटे हुए हैं. फिलहाल पीड़ित ज्यादा कुछ कहने की हालत में नहीं है. हमने मामले की जांच शुरू कर दी है. दोषियों को पकड़ लिया जाएगा. जल्द ही हम घटना का खुलासा कर आरोपियों को जेल भेजेंगे.

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