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खाकी' की चौखट पर इंसाफ के लिए भटक रही महिला ने फांसी लगाकर दी जान
'खाकी' की चौखट पर इंसाफ के लिए भटक रही एक महिला ने इंसाफ न मिलता देख फांसी लगाकर खुदखुशी कर ली । अदालत मेें पति के खिलाफ चल रहे भरण-पोषण के केस में आरोपी पति के खिलाफ वारंट के बावजूद पुलिस उसकी गिरफ्तारी में आनाकानी करती रही।
पीड़िता ने कप्तान से लेकर थाने की चौखट तक एड़ियां रगड़ीं, मगर इंसाफ न मिला। उल्टा खुदकुशी की धमकी देने पर थाने के दरोगा ने महिला को खुदकुशी की सलाह दे डाली। जिससे आहत पीड़िता ने फांसी लगाकर अपने केस में खुद ही फाइनल रिपोर्ट लगा दी। योगी सरकार में महिलाओं की सुरक्षा का दावा करने वाली खाकी के इस कारनामे पर अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन फिलहाल मृतका के पिता ने उसके पति, ससुर और देवरों के खिलाफ उसे खुदकुशी के लिए उकसाने की तहरीर दी है।
दरअसल मेरठ के गंगानगर आई ब्लाॅक निवासी शांतिस्वरूप शर्मा इंचौली के पशु चिकित्सालय में कर्मचारी हैं। शांतिस्वरूप की पुत्री सीमा का कई वर्ष पूर्व विवाह कपसाड़ निवासी संजीव के साथ हुआ था, वर्तमान समय में दंपत्ति की पांच वर्षीय पुत्री मानवी भी है। परिजनों के अनुसार अपने पति से विवाद के चलते सीमा अपनी पुत्री मानवी के साथ करीब चार वर्ष से अपने मायके में ही रह रही थी। उसके अपने पति संजीव से कोर्ट में कई केस चल रहे थे, जिनमें भरण-पोषण के केस मेें अदालत ने संजीव के वारंट जारी किए थे, लेकिन वह अदालत में पेश नहीं हो रहा था। परिवार वालों के मुताबिक तीन दिन पूर्व सीमा अपने पति संजीव की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एसएसपी कार्यालय में भी गई थी और सरधना थाने में जाकर भी आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए खुदकुशी की धमकी दी थी।
आरोप है कि थाने में मौजूद एक दरोगा ने मजाक बनाते हुए उससे कहा कि यदि वह फांसी लगा लेगी तो आरोपी जरूर गिरफ्तार हो जाएगा। जिसके बाद आहत सीमा घर वापस लौट आई और तीन दिन से गुमसुम थी।आज घर के सभी लोग बाहर गए थे, इसी दौरान सीमा ने ऊपर के कमरे में जाकर पंखे से दुपट्टा बांधकर फांसी लगाकर जान दे दी। घर वापस लौटने पर परिजनों ने सीमा को फांसी पर झूलता देखा तो कोहराम मच गया। फंदा काटकर आनन-फानन में सीमा को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर, मृतका के परिजनों ने उसके पति संजीव और ससुर के लिए उकसाने की तहरीर दी है। हालांकि इस मामले में महिला को खुदकुशी की सलाह देने ले दरोगा से लेकर वारंट के बावजूद भी आरोपी पति को गिरyफ्तार न करने वाले सभी जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्यवाही बनती है, लेकिन अधिकारी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं यह तो जाँच के बाद ही साफ हो पाएगा।
फ़िलहाल एसएसपी जे रविंद्र गौड़ ने मुकदमा दर्ज कर कार्यवाई करने के आदेश दिए है | उधर पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें पुलिस से ज़रा भी उम्मीद नहीं कि वह अभी भी न्याय दिलाने में कोई मदद कर पायेगी।
मेरठ से अभय शर्मा की रिपोर्ट