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देवबंद विधानसभा सीट पर इंदिरा परिवार जैसी स्थिति, प्रियम्बदा राना सपा मतदाताओं की पहली पसंद
प्रो. (डॉ.) योगेन्द्र यादव
जिस तरह से कांग्रेस पार्टी में राहुल गाँधी भले ही कांग्रेस के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष हों, लेकिन कांग्रेसी मतदाताओं की पहली पसंद आज भी प्रियंका गाँधी ही बनी हुई हैं. इसी प्रकार की स्थिति देवबंद विधान सभा पर उपस्थित हो गयी है. यहाँ भी माँ, बेटी और भाई में सपा मतदाताओं की पहली पसंद बेटी बनी हुई है. यहाँ के मतदाताओं से जब मैंने पूछा कि माँ को टिकट मिले या बेटी को, क्या फर्क पड़ता है ? तब यहाँ के मतदाताओं ने कहा कि फर्क पड़ता है, आपकी पार्टी को भी और हम लोगों को भी. हमने पूछा- वह कैसे ? यदि पार्टी ने प्रियम्बदा को टिकट नही दिया, तो हम सपा को वोट नही करेंगे, और वह हार जायेगी. और हम लोग अपने सुख दुःख में शामिल होने वाला एक नेता खो देंगे.
मैंने फिर पूछा कि राणा साहब अपना राजनीतिक वारिस किसे मानते थे ? तमाम लोगों ने कहा कि राणा साहब अपने बीमारी के दौरान जब हम लोगों से मिले, या किसी तरह से किसी की बात हो पाई, तो उन्होंने बिटिया प्रियम्बदा को ही आशीर्वाद देने को कहा. उसका ख्याल रखने को कहा. अपने बेटे की कारगुजारियों से वे दुखी थे. इसलिए वे चाहते थे कि उनकी राजनीतिक वारिस प्रियम्बदा ही बने. हमने फिर पूछा यदि उन्होंने इतना निश्चय कर लिया था, तो फिर इस सम्बन्ध में नेताजी से बात क्यों नही की ? वहां की जनता ने कहा कि साहब आप भी अजीब हैं, वे मौत से जूझ रहे थे और आप कहते हैं कि उन्होंने बात क्यों नही की. मैंने फिर पूछा कि क्या अपने क्षेत्र में हुए विकास कार्य से आप संतुष्ट हैं ? उन लोगों से कहा कि हाँ, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इतना विकास किया है कि अब तो विरोधी भी इस बात को कहते हैं.