
भाजपा शहर केंट के विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने थानाध्यक्ष को दी धमकी

वाराणसी 1 जून: सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार थाना मंडुआडीह पुलिस मंडुआडीह रेलवे क्रासिंग के गाड़ी चेक की जा रही थी. तभी एक युवक गाड़ी लेकर जा रहा था. फैटम दस्ते के सिपाहियो ने गाड़ी का कागज मागा. गाड़ी का कागज मांगने पर भाजपा कार्यकर्ता आग बबूला हो उठा, तुम हमारे विधायक से बात करो.
उक्त वाकये के बाद कार्यकर्ता ने विधायक का फोन लगाकर सिपाही से कहा बात करो. सिपाही ने बात करने से मना कर दिया, कहा जब गाड़ी कागज दिखाने की बात है तो गाड़ी का कागज दिखाओं. जब लोग नही माने सिपाही ने कहा कल थाने पर गाड़ी कागज दिखाना व गाड़ी ले जाना.
यह बात स्थानीय विधायक को मालूम चली तो उन्होंने ने थानेदार को फोन करके कहा कि अपने सिपाहियो से कहो हमारे कार्यकर्ता से चौराहे पर माफ़ी मागे. तो थानेदार ने ऐसा करने से मना कर दिया.इसी बात पर उत्तेजित होकर विधायक ने देख लेने की धमकी दी. तो तत्काल मंडुआडीह थानेदार आशुतोष तिवारी ने इस घटना की जानकारी से एसएसपी वाराणसी को भी अवगत कराया.
अगर पुलिस इसी तरह प्रताड़ित होती रही तो यूपी को जंगल राज बनते देर नहीं लगेगी. इसका सबसे बड़ा कारण जनता से पुलिस का भय खत्म हो जाना होता. पिछले एक साल में पूर्व डीजीपी जावीद अहमद ने पुलिस की साख का काफी हद तक सुधार किया. लेकिन इमानदार डीजीपी सुलखान सिंह आखिर किस लिए ये सब होते देख रहे है. कुछ अधिकारीयों से बात हुई तो अंदर खाने की बात मालुम हुई. सभी क्षेत्रीय विधायक पुलिस अधीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों पर दबाब बनाये हुयें है कि फलां थानेदार फलां जगह पोस्ट होगा. आखिर इसी बदलाब के लिए तो आपको वोट मिला लेकिन क्या बदलाब होगा, यह अभी कुछ कहना मजाक होगा.
सुनील जायसवाल