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लखनऊ : बजरंग दल कार्यकर्ताओं द्वारा आगरा के फतेहपुर सीकरी में पुलिसकर्मियों पर हमले और सहारनपुर में SSP दफ्तर पर बीजेपी विधायक द्वारा हमले की घटना के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक्शन में आ गया है। RSS आला कमान की तरफ से संगठन के सभी पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि पुलिस और सरकार से सीधे संपर्क करने से बचें।
संघ के पूर्वी क्षेत्र के एक पदाधिकारी के अनुसार निर्देश दिए गए हैं कि राज्य सरकार को किसी भी प्रकार से 'परेशान' न किया जाए। CM योगी आदित्यनाथ ने तमाम महत्वपूर्ण कार्यों के लिए 100 दिन का लक्ष्य बनाया है इसलिए सरकार को कार्य करने दिया जाए। उन्होंने बताया 'परेशान' करने से मतलब 'दबाव' नहीं बनाने से है।
बता दे कि संघ के नेताओं और स्वयंसेवकों को निर्देश हैं कि सरकार या उसके किसी भी मंत्री, अफसर आदि पर ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर दबाव नहीं बनाया जाए। इस में किसी मामले में एफआईआर दर्ज करने या मामले की अंतिम रिपोर्ट लगाने को लेकर दबाव बनाना भी शामिल है। दरअसल संघ के आलाधिकारियों को लग रहा है कि निकाय चुनाव तो भाजपा के लिए चुनौती है ही, बल्कि उससे बड़ी चुनौती दो साल बाद होने वाला लोक सभा का चुनाव है। संघ को पता है कि भाजपा को खतरा विपक्ष से ज्यादा अपने कार्यकर्ताओं से रहता है।
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