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पीएम मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना बोले- "परंपराओं से उपर उठकर कुछ तो स्टैंडर्ड बनाओ" तो "NPR"को लेकर कह दी ये बात?
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए कहा कि पिछला सदन बहुत ही अच्छा रहा. इसके लिए सदन के सभी माननीय सदस्यों का धन्यवाद.पीएम मोदी ने कहा कि कई बातें नई-नई उभरकर आई हैं। ये सदन इस बात के लिए गर्व कर सकता है। एक प्रकार से पिछला सदन बहुत ही प्रोडक्टिव रहा। और सभी माननीय सदस्यों के कारण यह संभव हुआ और इसके लिए सभी सदस्य अभिनंदन के अधिकारी हैं।
ये अनुभवी और वरिष्ठ सदस्यों का सदन है। इससे देश के साथ-साथ मुझे भी काफी अपेक्षाएं थीं कि आपके पास से मुझे नए मार्गदर्शन मिलेंगे। आप जहां ठहर गए हैं, वहां से आगे बढ़ने का नाम नहीं लेते। कभी कभी तो लगता है कि पीछे चले जा रहे हैं। अच्छा होता है कि हताशा का माहौल बनाए बिना नए विचार, नई उर्जा मिलती। मगर आपने ठहराव को ही किस्मत बना लिया है।
पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए काका हाथरसी की कविता पढ़ी।
प्रकृति बदलती क्षण क्षण देखो, बदल रहे अणु कण कण देखो, तुम निष्क्रिय से पड़े हुए हो, भाग्यवाद पर अड़े हुए हो ।
छोड़ो मित्र पुरानी ढपली, जीवन में परिवर्तन लाओ ,परंपराओं से उपर उठकर कुछ तो स्टैंडर्ड बनाओ ।।
पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि वे सियासी माहौल बनाकर एनपीआर का विरोध कर रहे हैं। पीएम ने कहा कि जनगणना और एनपीआर, सामान्य प्रशासनिक गतिविधियां हैं जो देश में पहले भी होती आयी हैं लेकिन राजनीतिक मजबूरियों के कारण आज इसका विरोध किया जा रहा है। जनगणना में हर बार सवालों में फेरबदल होता है, यह प्रशासिनक प्रक्रिया है और इस बारे में अफवाह न फैलाई जाए।
पीएम ने कहा कि राम मनोहर लोहिया जी ने कहा था कि हिंदुस्तान का मुसलमान जिए और पाकिस्तान का हिंदू जिए, मैं इस बात को बिल्कुल ठुकराता हूं कि पाकिस्तान के हिंदू, पाकिस्तान के नागरिक हैं इसलिए हमें उनकी परवाह नहीं करनी है. पाकिस्तान का हिंदू चाहे कहीं का भी नागरिक हो, उसकी रक्षा करना हमारा उतना ही कर्तव्य है, जितना हिंदुस्तान के किसी हिंदू या मुसलमान का. हमारे समाजवादी साथी हमें माने न माने, लेकिन अब लोहिया जी को नकारने का काम न करे.
सीएए पर पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों ने हिंसा को ही आंदोलन का अधिकार मान लिया गया. हिंसा को प्रदर्शन का नाम दे दिया गया. बार-बार संविधान की दुहाई देते हैं. मैं कांग्रेस की मजबूरी को समझता हूं. पीएम ने कहा कि केरल के सीएम कहते हैं कि नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन में चरमपंथी तत्वों का हाथ है. उन्होंने इनके खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही है. लेकिन आश्चर्य होता है कि वे केरल में जिस चीज का विरोध करते हैं दिल्ली में उसका समर्थन करते हैं.
उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून को लेकर जो कुछ भी कहा या प्रचारित किया जा रहा है. इसे लेकर सभी साथियों को खुद से सवाल पूछना चाहिए. क्या देश को भ्रमित और गलत सूचना देना सही है. क्या कोई इस मुहिम का हिस्सा हो सकता है. लोगों को भटकने से हमें रोकना चाहिए या नहीं. ये रास्ता सही नहीं है. इस मुद्दे पर देश को डराने की बजाय सही जानकारी दी जाए, ये हम सबका दायित्व है.
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए देश के इतिहास में पहली बार सैनिक स्कूलों में बेटियों के दाखिले को हमने स्वीकृति दे दी है. मिलिट्री पुलिस में महिलाओं की भर्ती का काम भी शुरु हो गया है.पीएम ने कहा कि जीएसटी भारत के फेडरल स्ट्रक्चर का एक बहुत बड़ा अचीवमेंट है. अब राज्यों की भावनाओं का उसमें प्रकटीकरण होता है. हमारा मत है कि जहां समयानुकूल परिवर्तन आवश्यक हैं, परिवर्तन करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर हम बदलाव की बात करते हैं, तो कभी कहा जाता है कि बार बार बदलाव क्यों? हमारे महापुरुषों ने इतना महान संविधान दिया, उसमें भी उन्होंने सुधार की व्यवस्था रखी है. हर व्यवस्था में सुधार का हमेशा स्वागत होना चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज छोटे स्थानों पर डिजिटल ट्रांजेक्शन सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है और आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में भी टियर-2, टियर-3 शहर आगे बढ़ रहे हैं.
पीएम ने कहा कि उड़ान स्कीम के तहत हाल ही में 250वां रूट शुरू हुआ है, इस क्षेत्र में बदलाव की गति तेज है. हमारे पास पहले 65 कार्यरत एयरपोर्ट थे आज इनकी संख्या 100 पहुंच गई है.पीएम ने कहा कि मैं अपडेट करना चाहूंगा कि नार्थ-ईस्ट अभूतपूर्व शांति के साथ आज भारत की विकास यात्रा का एक अग्रिम भागीदार बना है. 40-50 साल से वहां जो हिंसक आंदोलन चलते थे, आज वो आंदोलन बंद हुए हैं और शांति की राह पर पूरा नार्थ-ईस्ट आगे बढ़ रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी देश छोटी सोच से आगे नहीं बढ़ सकता. देश का युवा भी हमसे अपेक्षा करता है. इसी बेस पर हम 5 ट्रिलीयन डॉलर एकोनॉमी का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. हमें आशावादी रहना है. ये नहीं सोचना कि हम नहीं कर सकते हैं. हम एकदम कर सकते हैं और कर रहे हैं. विपक्ष भी अब 5 ट्रिलीयन को लेकर निशाना साधता है. इसी बहाने विपक्ष में भी 5 ट्रिलीयन को लेकर विश्वास पैदा हुआ है.
पीएम मोदी ने कहा कि अच्छा होता कि हताशा-निराशा का वातावरण बनाए बिना हम देश और सरकार को दिशा मार्गदर्शन देते. पिछले सत्र में बहुत काम हुआ है लेकिन विपक्ष नाराज है. गुलाम नबी आज़ाद ने कश्मीर पर कहा कि सहमति नहीं ली गई. दुनिया ने देखा कि दोनों सदनों में चर्चा के बाद प्रस्ताव पारित हुआ. तेलंगाना की तरह नहीं कि दरवाजे के पीछे सब हो जाए.
पीएम मोदी ने कहा कि आपके पास मौका था नया कश्मीर बनाने का लेकिन आप अभी भी पुराना राग गा रहे हैं. तेलंगाना बनाने पर आंध्र की जनता से कोई चर्चा नहीं की गई थी. अटल जी की सरकार ने उत्तराखंड, झारखंड और छतीसगढ़ बनाया. लेकिन पूरे सम्मान के साथ. जम्मू कश्मीर के संबंध में कुछ आंकड़े बताए गए हैं, कुछ मैं भी बताता हूं.
जम्मू कश्मीर पर पीएम मोदी ने कहा कि 20 जून 2018 से नई व्यवस्था बनी, फिर राष्ट्रपति शासन आया. पहली बार गरीब सामान्य वर्ग को कश्मीर में आरक्षण का लाभ मिला. पहाड़ी भाषी लोगों को आरक्षण का लाभ मिला. महिलाओं को राज्य के बाहर शादी करने पर संपत्ति न छीने जाने का अधिकार मिला. पहली बार रेरा का कानून लागू हुआ. पहली बार स्टार्ट अप पॉलिसी लागू हुई. पहली बार एंटी करप्शन ब्यूरो की स्थापना हुई. पहली बार सीमा पार से हुई फंडिंग पर नियंत्रण कायम हुआ. पहली बार आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ जम्मू कश्मीर पुलिस और सेना मिलकर कार्रवाई कर रहे हैं।
पीएम ने कहा कि जम्मू कश्मीर पुलिस को भत्तों का लाभ मिला जो अन्य को मिलता है, LTC लेकर अन्य राज्यों में घूमने भी जा सकते हैं. 4400, 35000 से ज्यादा पंचों और सरपंचों के लिए शांतिपूर्ण चुनाव हुआ. 3,30, 000 घरों को बिजली कनेक्शन मिला साढ़े तीन लाख लोगों को आयुष्मान योजना के गोल्ड कार्ड बांटे गए. वृद्ध जनों को पेंशन स्कीम से जोड़ा गया.