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छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावः कांग्रेस ने तय किए 90 सीटों पर उम्मीदवारो के नाम, 12 अक्टूबर को चुनाव समिति की बैठक में लगेगी अंतिम मुहर

Shiv Kumar Mishra
11 Oct 2023 4:14 AM GMT
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावः कांग्रेस ने तय किए 90 सीटों पर उम्मीदवारो के  नाम, 12 अक्टूबर को चुनाव समिति की बैठक में लगेगी अंतिम मुहर
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प्रदेश की प्रभारी कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने ये दावा किया। बैठक में पहले चरण में मतदान वाली दुर्ग और बस्तर संभाग की 20 सीटों पर खास चर्चा हुई।

नई दिल्ली। मंगलवार देर रात तक चली कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के में प्रदेश की सभी 90 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए गए हैं। बैठक में पहले चरण में मतदान वाली दुर्ग और बस्तर संभाग की 20 सीटों पर खास चर्चा हुई। बैठक के बाद प्रदेश की प्रभारी कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 12 अक्टूबर को दिल्ली में सीईसी यानि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन नामों पर अंतिम मुहर लगेगी। 14 अक्टूबर को पहली लिस्ट आ सकती है।

सीईसी की बैठक 12 अक्टूबर को

पांच घंटे चली इस बैठक में रायपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में कुमारी सैलजा, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उपमुख्यमंत्री टीस सिंह देव शामिल थे। स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अजय मकन दिल्ली से ऑनलाइन जुड़े थे। बैठक के बाद डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने बताया कि 12 अक्टूबर को 5 बजे दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। इसी बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी में छांटे गए उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर लगेगी। उनके मुताबिक बैठक में समन्वय से सभी 90 सीटों के उम्मीदवारों के नामों पर पर बात हुई।

टिकट कटने के साफ संकेत

स्क्रीनिंग कमेटी की बठक के बाद पार्टी ने कई विधायकों के टिकट कटने के साफ संकेत दे दिए हैं। 18 से 20 विधायकों के टिकट काटे जाने की अटकलों पर कुमारी सैलजा ने कहा कि, कुछ फेरबदल होता है, वह स्वाभाविक है। हमेशा हर चुनाव में कुछ ना कुछ फेरबदल होता है। वह अलग-अलग कारण होते हैं। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस की सूची को लेकर बीजेपी को चिंता है, बेसब्री नहीं। इससे पहले रविवार को भी समिति की बैठक हुई थी। जो करीब 5 घंटे चली थी। हालांकि अभी तक एक भी लिस्ट कांग्रेस ने जारी नहीं की है। टिकटों पर माथापच्ची के लिए अब तक छह बार स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो चुकी है।

पहले चरण की सीटों पर खास चर्चा

5 घंटे चली स्क्रीन कमेटी की बैठक में पहले चरण में होने वाले बस्तर और दुर्ग संभाग की 20 विधानसभा सीटों पर खास चर्चा हुई। इन 20 सीटों में से 19 पर कांग्रेस का कब्जा है। सिर्फ राजनंदगांव सीट बीजेपी के पास है। यह सीट पर पिछले चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह जीते थे। बीजेपी ने फिर से उन्हें इसी सीट से उम्मीदवार बनाया है। उनके खिलाफ कांग्रेस किसे उतारे की यह अभी तक साश नहीं है। हालांकि पिछली बार कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की भांजी करुणा शुक्ला को रमन सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा था। बैठक में इसे लेकर भीन चर्चा हुई।

टिकटों को लेकर जबरदस्त खींचतान

सूत्रों के मुताबिक स्क्रीन कमेटी की बैठक में करीब 17 से 20 विधायकों के टिकट काटे जाने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और प्रदेश और अध्यक्ष के बीच जबर्दस्त खींचतान नजर आई। हर कोई अपने चहेतों को टिकट दिलाने की होड़ करता नजर आया। इस पर कुमारी सैलजा और अजय माकन को कई बार बीच बचाव कराना पड़ा। दरअसल कांग्रेस को यह भी डर है की टिकट काटे जाने के बाद मौजूदा विधायक नुकसान पहुंचा सकते हैं। पहले चरण में कांग्रेस के 19 में से 8-10 विधायकों के टिकट पर तलवार लटकी है।

क्या है दुर्ग संभाग की चुनौती?

दुर्ग संभाग की आठ विधानसभा सीटों पर भाजपा ने साथ पर नए प्रत्याशियों को नए उम्मीदवारों को मौका दिया है। सिर्फ एक राजनांदगांव सीट पर ही भाजपा ने अपना पुराना उम्मीदवार रिपीट किया है। बीजेपी ने इस सीट से प्रदेश के लगातार 15 साल मुख्यमंत्री रहे डॉक्टर रमन सिंह को एक बार और मौका दिया है। बाकी सभी सातों सीटों पर नए उम्मीदवार उतार कर बीजेपी ने कांग्रेस को पटकनी देने की रणनीति बनाई है। बीजेपी के इस दांव से कांग्रेस थोड़ा परेशान है। इसलिए य तय करना मुश्किल हो रहा है कि किस विधायक का टिकट काटा जाए और उसकी जगह किसे मैदान में उतारा जाए।

बस्तर जिले में टिकट के लिए घमासान

बस्तर जिले में सभी 12 सीटों पर कांग्रेस में टिकट के लिए जबरदस्त घमासान मचा हुआ है। पिछले चुनाव में जिले की सभी 12 सीटें कांग्रेस ने जीती थी। इस बार बीजेपी ने 8 विधानसभा सीटों पर नए उम्मीदवार उतार कर कांग्रेस की चुनौती बढ़ा दी है। बता दे कि बस्तर जिले की 12 में से 11 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित हैं। इनमें से कई सीटों पर कांग्रेस मौजूदा विधायकों का टिकट काटने का मन बना चुकी है। किसका चिकट कटेगा और किसका बचेगा इस बारे में कांग्रेस की लिस्ट सामने आने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। विधायक अपने टिकट बचाने के की चित्तौड़ कोशिश कर रहे हैं वही टिकट कटवाने वाले भी दिल्ली तक दौड़ लगा।

सिर दर्द बनी जगदलपुर सीट

जिले की एकमात्र सामान्य सीट जगदलपुर पर कांग्रेस में टिकट के लिए सबसे ज्यादा मारामारी है। इस सीट से 30 लोगों ने टिकट का दावा किया है। सभी जिले के कद्दावर नेता हैं। मौजूदा विधायक रेखचंद्र जैन के खिलाफ जबरदस्त माहौल है। कई दावेदार उनका टिकट कटवाने के लिए दिल्ली तक दौड़ लगा चुके हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनकी जगह अपने चहेते मलकीत सिंह गैदू को टिकट देना चाहते हैं। वहीं प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज इस सीट पर राजीव शर्मा की पैरवी कर रहे हैं। केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने इस सीट पर रंजीत बक्शी के नाम की भी सिफारिश की है। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार देर रात चली बैठक में अजय माकन ने भी मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की पैरवी वाले उम्मीदवारों की जगह नए चेहरे को उतारने की वकालत की है।

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